चर्चा है कि 8वें वेतन आयोग में यह फैक्टर बढ़कर 2.86 तक हो सकता है. अगर ऐसा होता है, तो किसी कर्मचारी की 20,000 की मौजूदा बेसिक सैलरी बढ़कर 57,200 तक पहुंच सकती है. यानी सीधा 37,000 से ज्यादा का फायदा.
8वें वेतन आयोग (8th Pay Commission) से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आ रही है, जिससे करोड़ों केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनर्स को बड़ी राहत मिल सकती है. केंद्र सरकार ने 8वें केंद्रीय वेतन आयोग को गठित करने की तैयारी शुरू कर दी है.
दरअसल, मौजूदा वेतन ढांचा दिसंबर 2025 में समाप्त हो रहा है, लेकिन सरकार इससे पहले ही नए आयोग की नियुक्ति की दिशा में सक्रिय हो गई है. सूत्रों के अनुसार, आयोग में चेयरमैन सहित 42 पदों पर भर्तियां जल्द होने वाली हैं और संभावना है कि अगला महीना इस नए वेतन आयोग के औपचारिक कामकाज की शुरुआत हो जाएगी.
8वें वेतन आयोग का फिटमेंट फैक्टर
वेतन आयोग की सबसे अहम बात होती है “फिटमेंट फैक्टर”. यह एक ऐसा फॉर्मूला है जिससे सरकारी कर्मचारियों की नई बेसिक सैलरी तय की जाती है. सीधे शब्दों में समझें तो, नई बेसिक सैलरी = पुरानी बेसिक सैलरी × फिटमेंट फैक्टर. 7वें वेतन आयोग में यह फैक्टर 2.57 था, यानी अगर आपकी बेसिक सैलरी 10,000 थी, तो नए आयोग के अनुसार वह 25,700 हो गई थी.
अब चर्चा है कि 8वें वेतन आयोग में यह फैक्टर बढ़कर 2.86 तक हो सकता है. अगर ऐसा होता है, तो किसी कर्मचारी की 20,000 की मौजूदा बेसिक सैलरी बढ़कर 57,200 तक पहुंच सकती है. यानी सीधा 37,000 से ज्यादा का फायदा.
किसकी सैलरी कितनी बढ़ेगी
इस बदलाव का असर कर्मचारियों की जेब पर साफ दिखेगा. नीचे कुछ अनुमानित आंकड़े दिए गए हैं जो बताते हैं कि अलग-अलग बेसिक सैलरी पर फिटमेंट फैक्टर के बदलाव का क्या असर हो सकता है. उदाहरण के लिए, अगर आपकी पुरानी सैलरी 30,000 थी, तो 7वें वेतन आयोग में वह 77,100 हुई थी, लेकिन 8वें वेतन आयोग में वही सैलरी 85,800 तक जा सकती है. वहीं, कुछ कर्मचारी संगठन मांग कर रहे हैं कि फिटमेंट फैक्टर को 3.68 तक बढ़ाया जाए, जिससे 30,000 की पुरानी सैलरी 1,10,400 तक पहुंच सकती है.