सरकार की तरफ से विंडफॉल टैक्स (windfall tax) में इजाफा किया गया है। सरकार की तरफ से गुरुवार को साझा की गई जानकारी के अनुसार पेट्रोलियम क्रूड पर अब प्रति मैट्रिक टन 4600 रुपये का विंडफॉल टैक्स लगेगा। पहले यह 3300 रुपये था। बता दें, नई दरें 1 मार्च यानी आज से प्रभावी हैं। बता दें, सरकार ने एक महीने के अंदर तीसरी बार विंडफॉल टैक्स में इजाफा किया है।
15 फरवरी को सरकार ने विंडफॉल टैक्स को 3200 रुपये प्रति टन से बढ़ाकर 3300 रुपये प्रति टन कर दिया गया था। वहीं, डीजल पर लगने वाले टैक्स को जीरो से बढ़ाकर 1.5 रुपये प्रति लीटर कर दिया था।
वित्त मंत्रालय (Finance Ministry) की ओर से जारी नोटिफिकेशन के मुताबिक, पेट्रोलियम क्रूड पर विंडफॉल टैक्स 1300 रुपये प्रति टन बढ़ाया गया है. जबकि, डीजल एक्सपोर्ट पर स्पेशल एडिशनल एक्साइज ड्यूटी (विंडफॉल टैक्स) 1.5 रुपये प्रति लीटर से घटाकर जीरो किया गया है. बता दें, सरकार हर 15 दिन पर विंडफॉल टैक्स की समीक्षा करती है. बाजार में चल रही तेल की कीमतों के आधार पर ही इसकी समीक्षा की जाती है.
Windfall टैक्स क्या है?
ऑयल मार्केटिंग कंपनियों को अप्रत्याशित मुनाफा होने पर सरकार की ओर से अतिरिक्त टैक्स लगाया जाता है. इसे ही विंडफॉल टैक्स कहते हैं. विंडफॉल टैक्स ऐसी कंपनियों या इंडस्ट्री पर लगता है, जिन्हें बदलते हालात में अचानक काफी फायदा हुआ हो. केंद्र सरकार ने पहली बार 1 जुलाई 2022 को अप्रत्याशित लाभ पर टैक्स लगाया था. भारत के अलावा कई देशों में ऑयल/एनर्जी कंपनियों पर विंडफॉल टैक्स लगायाा जाता है.