प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रस्तावित कार्यक्रम को लेकर जमुई का बल्लोपुर गांव एक बार फिर जगमगा उठा। यह तीसरा मौका है जब पीएम नरेंद्र मोदी इस स्थल से बिहार ही नहीं देश को संबोधित करेंगे। 15 नवंबर का वक्त जमुई के लिए ऐतिहासिक होगा। प्रधानमंत्री मोदी आबो जनजातीय उत्कर्ष योजना को जमुई की धरती से ही लॉन्च करने का निर्णय लिया है। महावीर की धरती पर मोदी के आगमन को लेकर लोगों में उत्साह है। जोर-जोर से तैयारी की जा रही है। पीएम तीन दिनों में दूसरी बार बिहार आ रहे हैं।
पीएम के आगमन से बल्लोपुर गांव ही नहीं बल्कि आसपास का इलाका गुलजार हो गया है। सड़कें शहर की तरह चमचमाने लगी है। पीएम के आगमन को लेकर दिन रात काम हो रहा है। किऊल नदी की वह धारा जिस पर रेत ही रेत था,आज उस जगह पर जगमगाती लाइट दिख रही है। लगभग एक किलोमीटर के रेडियस में बैरेकेडिंग की गई है। पीएम के लिए तीन हेलीपैड यहां बनाए गए हैं। कार्यक्रम स्थल के ठीक सामने दूसरी ओर सीएम और गवर्नर के लिए हेलीपैड बनाया गया है। प्रशासन की ओर से सुरक्षा व्यवस्था मजबूत की जा रही है ताकि परींदा पर ना मार सके।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2019 के अप्रैल महीने में पहली बार बल्लोपुर गांव में आए थे। उसके बाद दूसरी बार भी 2024 के अप्रैल महीने में ही प्रधानमंत्री मोदी यहां आए थे। 6 महीने के बाद अब तीसरी बार प्रधानमंत्री मोदी बल्लोपुर गांव में शुक्रवार 15 नवंबर को आने वाले हैं। यहां के लोगों में अभी से उत्साह देखने को मिल रहा है। स्थानीय लोगों ने बताया कि प्रधानमंत्री के आगमन को लेकर पूरे गांव के लोग काफी उत्सुक हैं।
भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा जिला उपाध्यक्ष अधिवक्ता संतोष कुमार सिंह ने बताया कि आगामी 15 नवंबर को खैरा बल्लोपुर मैदान में माननीय यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह जमुई के इस गांव में तीसरा आगमन है। भगवान बिरसा मुंडा के 150 वीं जयंती के मौके पर लोगों को संबोधित कर भगवान बिरसा मुंडा के अद्वितीय साहस और संघर्षों की प्रेरणादायक गाथा का स्मरण कराकर देश के युवाओं को प्रेरित करेंगे।
भाजयुमो उपाध्यक्ष अधिवक्ता संतोष सिंह ने बताया कि जमुई नगर से प्रधानमंत्री के सभास्थल पर संबोधन को सुनने के लिए करीब 10000 युवाओं को ले जाया जा रहा है, साथ ही साथ उन्होंने जिले के युवाओं से अनुरोध भी किया है कि भारी से भारी संख्या में सभा स्थल पर पहुंच कर कार्यरम को भव्य बनाए।
एसी कॉटेज का किया जा रहा निर्माण
पीएम के आगमन को लेकर लगातार हो रही तैयारी के बीच सभा स्थल पर कई कॉटेज बनाए गए हैं। कॉटेज आगंतुक अतिथि के लिए बनाए जाने की बात कही जा रही है। सभा के दौरान अगर किसी अतिथि को आराम फरमाना हो तो वह कॉटेज में आ सकते हैं। वातानुकूलित कॉटेज में बेहतरीन सुविधाएं उपलब्ध की गई है। शौचालय से लेकर हर व्यवस्था की गई है। कॉटेज है तो कपड़े का पर किसी शीशमहल के कमरे से कम दिखाई नहीं दे रहा। बाहर से आए कारीगर कॉटेज निर्माण में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे। सभी कॉटेज के बाहर पानी की टंकी और एयर कंडीशन लगाया गया है। कहीं से भी कोई कमी ना रहे इसका भी कारीगर ध्यान रख रहे हैं। हालांकि पीएम मोदी के लिए उनके मंच से ठीक पीछे कॉटेज बनाया गया है जहां 24 घंटे पुलिस के जवान निगरानी रख रहे हैं।
आदिवासी उत्पाद प्रदर्शनी का भी अवलोकन करेंगे पीएम
पीएम नरेंद्र मोदी कार्यक्रम के दौरान आदिवासी उत्पाद प्रदर्शनी का भी अवलोकन करेंगे। इसके लिए भी वृहत पैमाने पर तैयारी की जा रही है। बड़ा सा पंडाल बनाया गया है। कपड़े का पंडाल होने के बावजूद शीश महल की तरह दिखाई देता है। उक्त पंडाल में दो दर्जन से अधिक एसी लगाए गए हैं। फ्लोर भी बनाया गया है। पीएम के आगमन पर प्रदर्शनी स्थल पर कोई कमी ना रहे इसका खास ख्याल रखा जा रहा है। विभिन्न प्रदेश के कारीगर दिन रात स्टॉल बनाने में जुटे हैं। आदिवासी सांस्कृतिक के अनुसार इस तरह के होडिंग और बोर्ड लगाए जा रहे हैं।