वित्त मंत्रालय ने आज इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी है. इस अधिसूचना के मुताबिक, तीन साल की अवधि वाली जमा पर ब्याज दर 10 आधार अंक या 0.10 फीसदी बढ़कर 7.0 फीसदी से 7.1 फीसदी हो गई है.
इसके साथ ही मार्च तिमाही के लिए सुकन्या समृद्धि खाता योजना (Sukanya Samriddhi Account Scheme) की ब्याज दर भी 20 आधार अंक यानी 0.20 फीसदी बढ़ाकर 8 फीसदी से 8.2 फीसदी कर दी गई है. पीपीएफ, केवीपी और एनएससी समेत अन्य छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरें अपरिवर्तित बनी हुई हैं।
नए साल से पहले केंद्र सरकार ने छोटी बचत योजनाओं में पैसा लगाने वाले आम निवेशकों को बड़ा तोहफा दिया है। केंद्र सरकार ने जनवरी-मार्च 2024 के लिए दो छोटी बचत योजनाओं पर अधिक ब्याज देने का फैसला किया है। इस प्रकार, इन उपकरणों पर ब्याज दरों में लगातार छठी तिमाही में बढ़ोतरी की गई है। वित्त मंत्रालय ने आज इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी है.
इस अधिसूचना के मुताबिक, तीन साल की अवधि वाली जमा पर ब्याज दर 10 आधार अंक या 0.10 फीसदी बढ़कर 7.0 फीसदी से 7.1 फीसदी हो गई है. इसके साथ ही मार्च तिमाही के लिए सुकन्या समृद्धि खाता योजना की ब्याज दर भी 20 आधार अंक यानी 0.20 फीसदी बढ़ाकर 8 फीसदी से 8.2 फीसदी कर दी गई है. पीपीएफ, केवीपी और एनएससी समेत अन्य छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरें अपरिवर्तित बनी हुई हैं।
सरकारी योजनाओं (Government schemes) की मौजूदा ब्याज दरें क्या हैं आइए जानते हैं…
बचत जमा 4 प्रतिशत
1 वर्ष की सावधि जमा 6.9 प्रतिशत
2 वर्ष की सावधि जमा 7.0 प्रतिशत
3 वर्ष की सावधि जमा 7.0 प्रतिशत
5 वर्ष की सावधि जमा 7.5 प्रतिशत
पांच साल की आवर्ती जमा 6.7 फीसदी
वरिष्ठ नागरिक बचत योजना 8.2 प्रतिशत
मासिक आय 7.4 प्रतिशत है
राष्ट्रीय बचत पत्र 7.7 प्रतिशत
सार्वजनिक भविष्य निधि योजना 7.1 प्रतिशत
किसान विकास पत्र 7.5 फीसदी
सुकन्या समृद्धि योजना 8 फीसदी
आइए जानते हैं कैसे तय होती हैं छोटी बचत पर ब्याज दरें?
छोटी बचत योजनाओं के लिए ब्याज दर सरकार द्वारा तय की जाती है लेकिन यह सरकारी प्रतिभूतियों की बाजार उपज से जुड़ी होती है। इन योजनाओं की ब्याज दर उसी अवधि में प्रतिभूतियों की उपज से निर्धारित होती है। जब यह उपज बढ़ती या घटती है, तो छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दर भी उसी दिशा में बढ़ती या घटती है।