गया जिले में धीरे-धीरे लगातार कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। जिले में छह नये कोरोना संक्रमित मिलने के बाद मरीजों की संख्या 36 तक पहुंच गई है। वहीं, वर्तमान समय में जिले में एक्टिव मरीजों की संख्या 14 है। आरटीपीसीआर जांच रिपोर्ट में सभी संक्रमित पाए गए हैं। छह मरीज मिले हैं, उनमें एक मानपुर व पांच डोभी के हैं।
वहीं, पूर्व से संक्रमित चार लोग स्वस्थ भी हुये है। इस तरह 14 एक्टिव कोरोना संक्रमित है। ये सभी संक्रमित होम आइसोलेट है।
सिविल सर्जन डॉ. रंजन कुमार सिंह ने बताया कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए प्रतिदिन जांच बढ़ाई गई है। पहले एक सौ से डेढ सौ जांच हो रही थी। उसे चार सौ तक बढ़ाया गया। अब प्रतिदिन जांच का आकड़ा पांच से छह सौ तक पहुंच गया है। उन्होंने बताया कि जो संक्रमित मिल रहे है। उनमें किसी प्रकार का गंभीर लक्षण नहीं है। किसी को ज्यादा परेशानी नहीं है। वर्तमान समय में अस्पताल में एक भी संक्रमित भर्ती नहीं है।
वहीं राज्य में अब तक मिले कोरोना पॉजिटिव (corona positive) मरीजों के सैंपलों की जीनोम सिक्वेंसिंग का काम शुरू हो गया है। जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए अधिकृत आइजीआईएमएस (IGIMS) में 30 से अधिक सैंपलों की जांच प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है। यह माना जा रहा है कि 10 दिनों में इसके परिणाम सामने आ जाएंगे। इसके बाद ही जानकारी मिलेगी की बिहार के मरीजों में पाया गया कोरोना वायरस किस परिवार का है। भारत में अभी कोरोना वायरस का सब वेरिएंट जेएन.1 पाया जा रहा है। बिहार में अब तक इसकी पुष्टि नहीं हुई है।
विभाग के अनुसार सभी जिलों से कोरोना पॉजिटिव मरीजों के सैंपलों को आइजीआईएमएस (IGIMS) में मंगा लिया गया है। जिलों को निर्देश दिया गया था कि वैसे मरीजों का सैंपल ही आइजीआईएमएस (IGIMS)को भेजा जाये जिनका सीटी वैल्यू 25 से कम हो।
अब तक राज्य में कोरोना के 40 से अधिक संक्रमित हुए हैं। विभाग के निर्देश के अनुसार प्रतिदिन 25000-30000 सैंपलों की जांच की जा रही है। विभाग का निर्देश है कि जितने भी मरीजों में सर्दी-खांसी व बुखार के लक्षण पाये जाये उनमें से 75 मरीजों की आरटीपीसीआर जांच की जाए।