Bihar Shikshak Salary: बिहार में नियोजित शिक्षकों को राज्य कर्मचारी का दर्जा दे दिया गया है. उन्हें अब दूसरे राज्य कर्मचारियों की तरह सैलरी के अलावा कई तरह की सुविधाएं भी मिलेंगी. आइए जानते हैं कि बिहार में किस वर्ग के शिक्षक को कितनी सैलरी और कौन कौन से भत्ते दिए जाएंगे.
बिहार में नियोजित शिक्षकों को राज्य कर्मी का दर्जा दे दिया गया, जिससे लगभग चार लाख शिक्षकों में खुशी की लहर है. अब सवाल यह उठता है कि राज्यकर्मी का दर्जा मिलने के बाद इन शिक्षकों को कितना वेतन मिलेगा और उनको क्या सुविधाएं मिलेंगी. बता दें कि नियोजित शिक्षक काफी समय से राज्यकर्मी बनाने की मांग कर रहे थे. अब यह मांग पूरी होने के बाद सैलरी समेत कई सुविधाएं उन्हें मिलने लगेंगी.
एक से पांचवीं तक के शिक्षकों का वेतन
बिहार में राज्य कर्मचारी का दर्जा मिलने के बाद शिक्षकों का मूल वेतन बदल जाएगा. कक्षा एक से पांचवीं तक के शिक्षकों को 25 हजार मूल वेतन मिलेगा. बता दें कि बीपीएससी से बहाल 1 से पांचवीं कक्षा तक के शिक्षकों का मूल वेतन 25 हजार ही मिलता है. उसी आधार पर नियोजित शिक्षकों को भी मूल वेतन दिया जाएगा. इतना ही नहीं इसमें 42 प्रतिशत डीए भी मिलेगा जो लगभग 10 हजार 500 होगी,
इसके अलावा राज्य कर्मचारी बने शिक्षकों को आवासीय भत्ता 8 फीसदी दिया जाएगा, जो मूल वेतन के हिसाब से 2 हजार रुपये होगा. इस वेतन में सीटीए भी जोड़ा जाएगा, जो लगभग 2 हजार रुपये तक होगा. मेडिकल फंड के लिए एक हजार रुपये और पेंशन फंड के लिए लगभग 3 हजार 500 रुपये दिए जाएंगे. इस तरह एक से पांचवीं तक के नियोजित शिक्षकों का कुल वेतन 44 हजार 130 रुपये होगा जिसमें कटौती के बाद लगभग 40 हजार तक वेतन के रूप में मिलेंगे.
9वीं, 10वीं के शिक्षकों का वेतन
बिहार में 9वीं और 10वीं के शिक्षकों का मूल वेतन 31 हजार रुपये होगा, इसमें महंगाई भत्ते के रूप में लगभग 13 हजार रुपये तक होगा. इसके अलावा आवासीय भत्ता 2 हजार 480 रुपये तक का दिया जाएगा. सीटीए के रूप में 2 हजार रुपये मिलेंगे. मेडिकल फंड के रूप में एक हजार रुपये और पेंशन फंड में 4 हजार 330 रुपये जमा होंगे. अगर सबकुछ जोड दें तो पूरा वेतन लगभग 53 हजार होगा जिसमें से कई मद में कटौती के बाद 49 हजार 630 रुपये मिलेंगे.
इसी तरह राज्यकर्मी का दर्जा हासिल होने के बाद कक्षा 11 और 12 के नियोजित शिक्षकों का मूल वेतन लगभग 32 हजार रुपये होगा. इसके अलावा महंगाई भत्ता लगभग 13 हजार रुपये होगा. साथ ही आवासीय भत्ता के रूप में दो हजार रुपये का भुगतान होगा. सीटीए दूसरे शिक्षकों की तरह ही रहेगा. मेडिकल फंड में एक हजार रुपये होंगे. इस तरह सबकुछ कांट छांट करने के बाद शिक्षकों के खाते में सैलरी के रूप में 51 हजार 1130 रुपये मिलेंगे.