ATM Transaction New Charges: दरअसल, कुछ समय पहले RBI ने ATM निकासी शुल्क बढ़ाने का ऐलान किया था और RBI का यह फैसला 1 मई से लागू होगा. ऐसे में अगर आप मुफ्त ट्रांजेक्शन की लिमिट पार करते हैं तो आपको ज्यादा पैसे देने के लिए तैयार रहना होगा.
ATM Transaction New Charges: हर महीने की पहली तारीख को कुछ बदलाव होते हैं। 1 मई से ATM ट्रांजैक्शन चार्ज को लेकर बदलाव होने जा रहे हैं। दरअसल, कुछ समय पहले RBI ने ATM से पैसे निकालने की फीस बढ़ाने का ऐलान किया था और RBI का यह फैसला 1 मई से लागू होगा। ऐसे में अगर आप फ्री ट्रांजैक्शन की लिमिट पार कर जाते हैं तो आपको ज्यादा पैसे देने के लिए तैयार रहना होगा। हालांकि, इस बारे में उन लोगों को ज्यादा चिंता करने की जरूरत है जो ATM का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं।
1 मई से कितना देना होगा चार्ज
1 मई से ग्राहकों को मासिक फ्री ट्रांजैक्शन लिमिट पार करने पर हर ट्रांजैक्शन पर 2 रुपये अतिरिक्त देने होंगे। अभी बैंक फ्री ट्रांजैक्शन लिमिट पार करने पर 21 रुपये चार्ज करते हैं, लेकिन 1 मई से इसके लिए आपको 23 रुपये देने होंगे। हालांकि फ्री ट्रांजैक्शन लिमिट में कोई बदलाव नहीं होगा।
यह लिमिट पहले की तरह ही रहेगी। आपको अपने बैंक के एटीएम से अभी भी 5 फ्री ट्रांजैक्शन मिलेंगे। वहीं, दूसरे एटीएम से मेट्रो शहरों में 3 और नॉन-मेट्रो शहरों में 5 फ्री ट्रांजैक्शन करने का मौका मिलेगा। फ्री ट्रांजैक्शन की संख्या पार करने के बाद आपको अतिरिक्त चार्ज देना होगा।
आरबीआई ने एटीएम निकासी शुल्क बढ़ाने का फैसला क्यों लिया?
दरअसल, व्हाइट-लेबल यानी थर्ड पार्टी एटीएम ऑपरेटर और बैंक लंबे समय से चार्ज बढ़ाने की मांग कर रहे थे। उनका तर्क था कि ऑपरेशनल खर्च बढ़ने से उनका कारोबार प्रभावित हो रहा है। एनपीसीआई ने भी आरबीआई से चार्ज बढ़ाने की सिफारिश की थी। इसके बाद RBI ने ATM निकासी शुल्क बढ़ाने का फैसला किया। नए शुल्क 1 मई से पूरे देश में लागू हो जाएंगे।
डिजिटल पेमेंट ने ATM की जरूरत को कम किया
ATM निकासी शुल्क में बढ़ोतरी उन लोगों के लिए परेशानी है जो कैश पर ज्यादा निर्भर हैं और अक्सर ATM के जरिए कैश ट्रांजेक्शन करते हैं। जो लोग सीमित ट्रांजेक्शन करते हैं, उन्हें परेशान होने की जरूरत नहीं है। आपको बता दें कि भारत में डिजिटल पेमेंट की वजह से ATM सेवा काफी प्रभावित हुई है। ऑनलाइन वॉलेट और UPI ट्रांजेक्शन की सुविधा ने कैश निकासी की जरूरत को काफी हद तक कम कर दिया है।