Airlines Summer Schedule: एविएशन मिनिस्ट्री ने अपना समर शेड्यूस पेश कर दिया है। इस शेड्यूल के अनुसार इस साल 24,275 साप्ताहिक डॉमेस्टिक फ्लाइट चलाई जाएगी। इसका मतलब है कि पिछले साल की तुलना में 6 फीसदी ज्यादा उड़ानों को ऑपरेट किया जाएगा।
इस साल देश में एयरपोर्ट की संख्या भी बढ़ गई है। गर्मियों के सीजन में लगभग 125 एयरपोर्ट से फ्लाइट को ऑपरेट किया जाएगा। इनमें से कुछ नए एयरपोर्ट (जैसे- आजमगढ़, अलीगढ, चित्रकोट, गोंदिया, जलगांव, मोरादाबाद और पिथोरागढ़) भी शामिल है।
इंडिगो, एयर इंडिया (Air India) और विस्तारा (Vistara) भी इस साल गर्मी में ज्यादा फ्लाइट ऑपरेट करेगी पर स्पाइसजेट कम उड़ानों का संचालन करेगी। बता दें कि ग्रीष्मकालीन कार्यक्रम 31 मार्च से 26 अक्टूबर 2024 तक चलेगा।
इंडिगो (Indigo) देश की सबसे बड़ी डोमेस्टिक एयरलाइन है। इस साल गर्मी में इंडिगो भी हर सप्ताह 13,781 उड़ान का संचालन करेगी। इंडिगो का यह आंकड़ा पिछले साल की तुलना में 13.82 फीसदी ज्यादा है।
वहीं स्पाइसजेट (Spicejet) पिछले साल की तुलना में 26 फीसदी कम फ्लाइट का संचालन करेगी।
विस्तारा 25.22 फीसदी वीकली डोमेस्टिक फ्लाइट यानी कि 2,324 पर संचालित करेगी, जबकि अकासा एयर अपनी साप्ताहिक घरेलू उड़ानें 14.30 प्रतिशत बढ़ाकर 903 करेगी।
इंटरनेशनल फ्लाइट
इस साल गर्मी में इंडिगो 731 इंटरनेशनल फ्लाइट का संचालन करेगी। यह पिछले वर्ष के गर्मी की तुलना में 13 फीसदी ज्यादा है। स्पाइसजेट पिछले साल की तुलना में इस साल 12.6 फीसदी कम इंटरनेशनल फ्लाइट का संचालन करेगी।
एयर इंडिया 455 साप्ताहिक इंटरनेशनल उड़ानें संचालित करेगी, जो कि एक साल पहले की अवधि की तुलना में 5.1 प्रतिशत अधिक है। एयर इंडिया, एयर इंडिया एक्सप्रेस (Air India Express) और विस्तारा टाटा समूह (Tata Group) का हिस्सा हैं और विस्तारा एयर इंडिया में विलय की प्रक्रिया में है।
विस्तारा अपनी साप्ताहिक विदेशी उड़ानें 50.8 प्रतिशत बढ़ाकर 184 कर देगी। एयर इंडिया एक्सप्रेस की उड़ानें 20.8 प्रतिशत बढ़कर 371 उड़ानें हो जाएंगी।
गो फर्स्ट (Go First) को 120 साप्ताहिक विदेशी उड़ानें संचालित करनी थीं। गो फर्स्ट की सभी फ्लाइट मई 2023 से बंद हो गई है।
ग्रीष्मकालीन कार्यक्रम में इंडियन फ्लाइट को 27 इंटरनेशनल एयरपोर्ट से ऑपरेट किया जाएगा। इसके अलावा भारतीय एयरलाइन अमेरिका, ब्रिटेन, उज्बेकिस्तान, मालदीव, जॉर्जिया और अजरबैजान सहित 37 देशों को जोड़ेंगा।
भारत का नागरिक उड्डयन बाजार दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाले बाजारों में से एक है, लेकिन आपूर्ति श्रृंखला और इंजन की समस्या के कारण कई विमानों को खड़ा करना पड़ा है।