Pragati Yatra in Araria: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार में कुहासे के कारण अपनी प्रगति यात्रा के दौरान सड़क मार्ग से अररिया पहुंचे. सीमांचल में तीन दिनों से पड़ रहे कुहासे के साथ सर्द शीतलहर का असर मुख्यमंत्री नीतीश की प्रगति यात्रा पर भी पड़ा. मुख्यमंत्री हेलीकॉप्टर से आने वाले थे और बकायदा इसको लेकर रानीगंज के हांसा, अररिया कॉलेज और कुर्साकांटा के डुमरिया में हेलीपैड का निर्माण भी किया गया था, लेकिन उन्हें अपने काफिले के साथ सड़क के रास्ते आना पड़ा.
उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी भी रहे साथ
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ जल संसाधन एवं संसदीय कार्य मंत्रालय के कैबिनेट मंत्री विजय कुमार चौधरी, उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी सहित सभी विभागों के वरीय अधिकारी मौजूद थे. मुख्यमंत्री का काफिला रानीगंज के हांसा पंचायत के बलुआ तालाब पहुंचे, जहां चारों किनारे लगे सैकड़ों पेड़ और उनकी सुंदरता को लेकर सीएम ने अधिकारियों को उन्हें सुंदर और विकसित करने के कई निर्देश दिए.
सीएम ने अपने सहयोगी मंत्रियों और अधिकारियों के साथ जल जीवन हरियाली के अंतर्गत बलुआ तालाब का निरीक्षण करने के साथ विभिन्न विभागों के द्वारा जिला में चल रहे विकास कार्यों से संबंधित स्टालों का जायजा लिया. मुख्यमंत्री का काफिला इसके बाद प्लस टू राजकीयकृत रामानुग्रह उच्च विद्यालय पहुंचा, जहां सीएम ने खेल के मैदान, नेचर क्लास रूम, रोबोटिक्स लैब का अवलोकन करने के साथ एचडब्लूसी का उद्घाटन किया.
मुख्यमंत्री ने जिले में 304 करोड़ 66 लाख की राशि का 449 योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया. सीएम ने जहां 159 करोड़ 15 लाख 4 हजार की लागत राशि से निर्मित 404 योजनाओं का उद्घाटन किया. वहीं सीएम ने 127 करोड़ 55 लाख 18 हजार रूपये की लागत राशि के 45 योजनाओं का शिलान्यास किया. मुख्यमंत्री की ओर से उदघाटन और शिलान्यास के लिए कुल 103 शिलापट्ट लगाया गया था.
जीविका दीदियों से किया संवाद
मुख्यमंत्री रानीगंज के छतियौना पंचायत में सात निश्चय योजना के अंतर्गत नल जल,नाली गली, योजनाओं का निरीक्षण, अल्पसंख्यक कल्याण विभाग एवं समाज कल्याण विभाग के जरिए संचालित योजनाओं के तहत लाभुकों के बीच योजना का लाभ प्रदान किया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जीविका दीदियों के साथ सीधा संवाद भी किया और योजनाओं से बदली जिंदगी और भविष्य को लेकर योजनाओं को लेकर जानकारियां भी दी. जीविका दीदियों से भी संवाद के क्रम में मुख्यमंत्री ने सुझाव लिया.
सड़क मार्ग से आने के कारण सुरक्षा व्यवस्था को नए सिरे से व्यवस्थित किया गया. बड़ी संख्या में पुलिस अधिकारियों के साथ पुलिस बलों और अधिकारियों को मजिस्ट्रेट के रूप में लगाया गया. वहीं सड़क मार्ग से आने के कारण सड़क के दोनों किनारे मुख्यमंत्री के दर्शन के लिए लोगों की भारी हुजूम खड़ा था, जिसे संभालने में सुरक्षाकर्मियों और आधिकारियों के पसीने छूट गए.