UP Weather Update यूपी में मौसम में उतार-चढ़ाव जारी है। सोमवार सुबह अचानक लखनऊ, गोरखपुर, अयोध्या, अंबेडकरनगर, देवरिया और आसपास के जिलों के अलग-अलग इलाकों में बारिश शुरू हो गई। कुछ जगहों पर ओले भी गिरे।
हालांकि कुछ ही मिनटों में यह थम गया। कुछ देर बाद धूप भी निकल आई। रविवार को भी पूर्वी यूपी में पश्चिमी विक्षोभ का असर देखने को मिला। आसमान में हल्के बादल छाए रहे और पछुआ हवाएं चलीं। हवा में करीब 6 से 8 फीसदी नमी बढ़ गई। हालांकि दोपहर बाद आसमान से बादल छंट गए। सूरज की किरणें एक बार फिर अपने पूरे शबाब पर आ गईं। मौसम में आए बदलाव का असर दिन के तापमान पर देखने को मिला।
पिछले 24 घंटे में दिन के तापमान में करीब एक डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। मौसम विभाग का कहना है कि अगले 2 दिनों के दौरान अधिकतम तापमान में धीरे-धीरे 2 डिग्री से 4 डिग्री की गिरावट के बाद इसमें धीरे-धीरे बढ़ोतरी होने की संभावना है। 21 और 22 मार्च को पूर्वी उत्तर प्रदेश में कुछ स्थानों पर गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है।
मौसम विभाग के अनुसार रविवार को गोरखपुर में दिन का अधिकतम तापमान 36.2 डिग्री सेल्सियस रहा। यह सामान्य से पांच डिग्री सेल्सियस अधिक है। शनिवार को बेलगाम गर्मी के बाद रविवार की सुबह की शुरुआत हल्के काले बादलों के साथ हुई। आसमान में हल्के काले बादल छाए रहे। हल्की ठंडी पछुआ हवा चली। रविवार की सुबह गोरखपुरवासियों को लगा कि दिन में गर्मी से राहत मिलेगी। लेकिन दोपहर बाद मौसम का मिजाज बदल गया।
दिन चढ़ने के साथ ही आसमान से बादल छंट गए। सूर्य की किरणें आग उगलने लगीं। मार्च में ही मई जैसा मौसम हो गया। मौसम विभाग के अनुसार सोमवार को भी पूर्वी यूपी में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे। दिन के तापमान में गिरावट हो सकती है।
मौसम में लगातार उतार-चढ़ाव जारी है। 11 मार्च से अधिकतम तापमान में हो रही लगातार बढ़ोतरी रविवार को थम गई। शनिवार को वैशाख जैसी तपिश दे रही धूप के तेवर भी नरम पड़ गए। कहीं हल्की बारिश तो कहीं बूंदाबांदी होने से 24 घंटे में तापमान में पांच डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। शनिवार को अधिकतम तापमान जहां 39.6 डिग्री सेल्सियस था, वहीं रविवार को 34.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
न्यूनतम तापमान जो शनिवार को 19.4 डिग्री सेल्सियस था, वह रविवार को बढ़कर 22.4 डिग्री सेल्सियस हो गया। यह न्यूनतम तापमान इस सीजन का सबसे अधिक है। इससे पहले 13 मार्च को न्यूनतम तापमान 18.0 डिग्री और 15 मार्च को 19.4 डिग्री दर्ज किया गया था। मौसम विभाग के अनुसार 18 और 19 मार्च को दिन में सतही हवाएं चलेंगी और 21 और 22 मार्च को बारिश के आसार हैं।
वाराणसी में बारिश
पूर्वांचल में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के कमजोर पड़ने से रविवार को बादल सिर्फ बूंदाबांदी तक ही सीमित रहे। हवा की दिशा नहीं बदलने से कहीं तेज गर्जना के साथ बिजली गिरने से बारिश हुई। कृषि वैज्ञानिक के अनुसार यदि बारिश होती तो गेहूं, तिलहन व दलहन की फसलों को नुकसान हो सकता था। हालांकि खतरा अभी टला नहीं है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार बंगाल की खाड़ी से सक्रिय पुरवा हवा आने वाले शुक्रवार व शनिवार को पूर्वांचल में बारिश के साथ ओलावृष्टि भी कर सकती है। इससे पहले 18 व 19 मार्च को सतह पर 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से पछुआ हवा चलेगी।
इससे पहले रविवार को सुबह करीब पांच बजे तेज हवाओं के साथ बूंदाबांदी शुरू हुई। पांच से दस मिनट बाद बंद हो गई। इसके बाद करीब आठ बजे फिर शुरू हो गई। दिन में करीब दस बजे तेज धूप निकली। दोपहर एक बजे के बाद मौसम ने फिर करवट बदली और आसमान में काले बादल छा गए। लोग ठंड के लौटने की भी चर्चा करने लगे। बीएचयू के मौसम विभाग के अनुसार दिन का तापमान सामान्य से 6.1 डिग्री अधिक 37.5 और रात का तापमान सामान्य से 5.1 डिग्री अधिक 21.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
तीन दिन शुष्क रहेगा मौसम
मौसम विभाग के अनुसार 17 से 20 मार्च तक मौसम शुष्क रहेगा। इसके बाद बंगाल की खाड़ी से चलने वाली पुरवाई हवा मौसम में बदलाव लाएगी। आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ के अनुसार नमी वाली पुरवाई हवा के असर से 21 और 22 को सोनभद्र, मिर्जापुर, बलिया और वाराणसी में बूंदाबांदी की संभावना है। मौसम वैज्ञानिक प्रो. मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि 24 मार्च से तापमान में फिर बढ़ोतरी होगी। मार्च के अंत में लू जैसे हालात रहने का पूर्वानुमान है।
कानपुर में सीजन की सबसे गर्म रात
पश्चिमी विक्षोभ के असर से कानपुर शहर अछूता रहा। ऐसे में तेज धूप के कारण गर्मी बढ़ गई। दिन का तापमान तो पहले से ही अधिक था, अब रात के तापमान ने नई ऊंचाई को छू लिया है। रविवार रात को सीजन (मार्च) का सबसे अधिक तापमान 18.4 डिग्री दर्ज किया गया जो सामान्य से 06.2 डिग्री अधिक है।
एक साथ आए तीन पश्चिमी विक्षोभ के कारण इस बार इसका असर पहाड़ों से लेकर मैदानों तक महसूस किया गया। पूर्वानुमान के अनुसार इसका असर पूर्वी यूपी के कानपुर में दिखना था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इसके उलट प्रयागराज और उसके आसपास के इलाकों में इसका असर देखने को मिला।
हवा की दिशा में लगातार हो रहे बदलाव के कारण कानपुर में न तो ज्यादा बादल दिखे और न ही तेज हवाएं चलीं। रविवार को अधिकतम तापमान 35.4 से 34.4 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। तापमान में एक डिग्री की कमी आई लेकिन यह सामान्य से 04.6 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। तापमान में मामूली कमी हल्के बादलों की पट्टी बनने के कारण हुई। बादलों के घने न होने के कारण दिन के तापमान में बढ़ोतरी हुई।
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