Cheque Bounce Rule: आज के समय में अगर आपको किसी को पेमेंट करना है तो बहुत कम लोग कैश से पेमेंट करते हैं और जब बात बड़ी रकम की आती है तो लोग ऑनलाइन माध्यम का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं।
इसके जरिए पेमेंट आसानी से हो जाता है और आजकल तो कई UPI ऐप भी हैं, लेकिन इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि लोग पेमेंट करने के लिए चेक का भी इस्तेमाल करते हैं। इतना ही नहीं कई बार लोग चेक से एडवांस पेमेंट कर देते हैं।
ऐसे में अगर आप भी चेक से पेमेंट करते हैं तो आपके लिए यह जानना जरूरी हो जाता है कि आपको किन बातों का ध्यान रखना है। ऐसा इसलिए क्योंकि अगर आपका चेक बाउंस हो जाता है तो आप मुश्किल में पड़ सकते हैं। तो आइए जानते हैं चेक से पेमेंट करने से पहले आपको कौन से नियम जानने होंगे।
चेक बाउंस का नियम क्या है?
अगर आप किसी को चेक से पेमेंट करते हैं और वह किसी कारण से बाउंस हो जाता है तो आपके बैंक अकाउंट से जुर्माना काट लिया जाता है. साथ ही आपको एक महीने के अंदर उस व्यक्ति को पेमेंट करना होता है जिसे पेमेंट मिलना है. अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो आप मुश्किल में पड़ सकते हैं.
अगर चेक बाउंस हो गया है और किसी कारण से आप एक महीने के अंदर भी पेमेंट नहीं कर पाते हैं तो आपके खिलाफ लीगल नोटिस जारी किया जा सकता है. इसका जवाब आपको 16 दिनों के अंदर देना होगा. अगर आप यह भी नहीं करते हैं तो आपके खिलाफ नेगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट एक्ट 1881 की धारा 138 के तहत केस दर्ज किया जा सकता है.
सजा का भी प्रावधान है
दरअसल, अगर आप किसी को चेक से भुगतान करते हैं और वह बाउंस हो जाता है और उसके बाद भी आप पैसे नहीं चुकाते हैं, तो ऐसी स्थिति में आपके खिलाफ केस दर्ज हो सकता है या आपको दो साल तक की जेल हो सकती है। कानून में इसके लिए प्रावधान है। इसलिए ऐसी गलती करने से बचें।
इन बातों का रखें ध्यान:-
- जब भी आप किसी को चेक से भुगतान करें, तो उसका रिकॉर्ड अपने पास रखें
- चेक उसी तारीख को दें जिस तारीख को आपके बैंक खाते में पैसे हों
- कभी भी किसी को सिर्फ साइन करके चेक न दें, राशि और अन्य विवरण खुद भरें आदि।
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