किसानों को आलान पर सब्जियां उगाने के लिए उद्यान विभाग ने नई योजना की शुरुआत की है। इसके लिए विभाग किसानों की मदद भी करने जा रहा है। आलान पर सब्जियां उगाने वाले किसानों को 80 प्रतिशत तक अनुदान मिलेगा।
इस योजना का लाभ वैसे किसानों को मिलेगा, जो डीबीटी पोर्टल (DBT Portal) पर पंजीकृत हैं। ऑनलाइन आवेदन करने वाले किसानों को पहले आओ-पहले पाओ के तहत योजना का लाभ दिया जाएगा।
योजना का मुख्य उद्देश्य सब्जियों के लिए आलान प्रबंधन कर सब्जियों की गुणवत्ता युक्त उत्पादन व उत्पादकता को बढ़ाकर कृषकों की आय में वृद्धि करना है। समस्तीपुर जिला को 600 इकाई का लक्ष्य दिया गया है। जबकि, राज्य में कुल 12 हजार 500 इकाई निर्धारित है।
राज्य स्कीम मद से वित्तीय वर्ष 2024-25 में सब्जियों के लिए आलान प्रबंधन योजना के लिए राज्य सरकार ने राशि जारी कर दी है। इस योजना के तहत आलान प्रबंधन के लिए बांस, लोहा तार, प्लास्टिक सुतली व पाट सुतली के क्रय पर व्यय होने वाली राशि का आकलन 4500 रुपये प्रति 125 वर्गमीटर निर्धारित किया गया है।
इस पर 80 प्रतिशत अनुदान दिया जाएगा। कृषकों द्वारा उपरोक्त सामग्री का क्रय स्वयं किया जाएगा। उपरोक्त निर्धारित लागत राशि 4500 रुपये का 80 प्रतिशत 3600 रुपये या कृषकों द्वारा बाजार से क्रय की गई सामग्री पर हुई वास्तविक व्यय राशि का 80 प्रतिशत, दोनों में जो न्यूनतम होगा अनुदान दिया जाएगा।
बटाई की जमीन पर खेती से होगा अधिक मुनाफा
सब्जियों के लिए आलान प्रबंधन मुख्य रूप से लघु एवं सीमांत कृषकों के साथ-साथ वैसे कृषक जिनके पास जमीन नहीं है और पट्टे व बटाई की जमीन पर सब्जी की खेती करने वाले कृषकों को एकरारनामा के आधार पर योजना का लाभ दिया जाएगा।
इस योजना से छोटे किसानों को काफी लाभ होगा। जिनके पास खेती योग्य भूमि नहीं है, वे अपने आवासीय परिसर में आलान विधि से सब्जी की खेती कर सकेंगे। वहीं, बटाई की जमीन पर खेती कर अधिक मुनाफा प्राप्त कर सकेंगे।
125 वर्ग मीटर के आलान पर आने वाला खर्च
अवयव – संख्या या मात्रा – दर – कुल राशि
बांस – 12 पीस- 250 प्रति बांस- 3000
लोहा तार- 6 किलोग्राम – 125 रुपये किलोग्राम- 750
पाट सुतली – 3 किलोग्राम – 150 रुपये किलोग्राम – 450
प्लास्टिक सुतली- 2 किलोग्राम- 150 रुपये किलोग्राम – 300
सानों को आलान पर सब्जियां लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। आलान पर सब्जियां उगाने से अच्छी पैदावार होगी और कीमत भी अच्छी मिलेगी। किसान आनलाइन आवेदन कर योजना का लाभ ले सकते है।-प्रशांत कुमार, सहायक निदेशक (उद्यान), कृषि विभाग, समस्तीपुर।
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