NPS vs UPS: केंद्र सरकार ने 24 अगस्त को कर्मचारियों के लिए यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) की घोषणा की है। यह स्कीम उन कर्मचारियों के लिए है जो अभी न्यू पेंशन सिस्टम (NPS) का हिस्सा हैं। इस स्कीम में रिटायर्ड NPS सब्सक्राइबर भी शामिल होंगे।
NPS vs UPS: UPS के आने के बाद से आपके मन में यही सवाल है कि आपको ज्यादा पेंशन कहां मिलेगी? अगर आप गारंटीड पेंशन चाहते हैं और बाजार के जोखिम से दूर रहना चाहते हैं, तो UPS एक अच्छा विकल्प हो सकता है। लेकिन अगर आप ज्यादा रिटर्न के लिए तैयार हैं और शेयर बाजार को समझते हैं, तो NPS आपके लिए बेहतर साबित हो सकता है। अब सवाल यह है कि क्या आपको NPS से UPS में स्विच करना चाहिए? आपको कहां ज्यादा पेंशन मिलेगी।
केंद्र सरकार ने 24 अगस्त को कर्मचारियों के लिए यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) की घोषणा की। यह स्कीम उन कर्मचारियों के लिए है, जो फिलहाल न्यू पेंशन सिस्टम (NPS) का हिस्सा हैं। इस स्कीम में रिटायर्ड NPS सब्सक्राइबर भी शामिल होंगे। कर्मचारी लंबे समय से ऐसी पेंशन स्कीम की मांग कर रहे हैं, जो उन्हें रिटायरमेंट के बाद गारंटीड इनकम दे सके।
क्या UPS में स्विच करना एक अच्छा विचार होगा?
विशेषज्ञों का मानना है कि यह पूरी तरह से कर्मचारी की जरूरतों और जोखिम उठाने की क्षमता पर निर्भर करता है। अगर किसी को शेयर बाजार में निवेश करने और रिटायरमेंट में लंबे समय तक निवेश को बनाए रखने का अनुभव है, तो NPS एक बेहतर विकल्प हो सकता है। वैल्यू रिसर्च के सीईओ धीरेंद्र कुमार कहते हैं, अगर किसी कर्मचारी के रिटायरमेंट में 10-20 साल बाकी हैं और वह मार्केट के जोखिम को समझता है, तो NPS उसे बेहतर रिटर्न दे सकता है।
UPS की सबसे बड़ी खासियत- गारंटीड पेंशन
UPS की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह गारंटीड इनकम देता है। सरकार ने कहा है कि रिटायरमेंट के समय UPS में कर्मचारी को पिछले 12 महीनों की औसत बेसिक सैलरी का 50% पेंशन के तौर पर मिलेगा। यह उन सरकारी कर्मचारियों के लिए फायदेमंद है जो फिक्स्ड पेंशन पर निर्भर हैं।
लैडर7वेल्थ प्लानर्स के सीईओ सुरेश सदागोपन के मुताबिक, जो कर्मचारी फिक्स्ड इनकम चाहते हैं, वे NPS से UPS में स्विच करने पर विचार कर सकते हैं।
UPS और OPS में क्या अंतर है?
UPS को अक्सर ओल्ड पेंशन स्कीम (OPS) से जोड़ा जाता है, लेकिन दोनों अलग-अलग हैं।
OPS में कर्मचारियों को पेंशन देने की पूरी जिम्मेदारी सरकार की थी और कर्मचारी इसमें कोई योगदान नहीं करते थे।
UPS एक वित्तपोषित योजना है, जिसमें कर्मचारी अपने वेतन और डीए का 10% योगदान देंगे और सरकार 18.5% योगदान देगी। UPS में से सरकार का 8.5% हिस्सा गारंटी रिजर्व फंड में जाएगा, जिससे गारंटीड पेंशन सुनिश्चित होगी।
क्या मैं फिर से एनपीएस में जा सकता हूं?
सरकार ने स्पष्ट किया है कि एक बार UPS चुनने के बाद कर्मचारी एनपीएस में वापस नहीं जा सकता। इसलिए सोच-समझकर फैसला लेना जरूरी है। आने वाले समय में सरकार यूपीएस से जुड़ी और भी जानकारियां साझा करेगी, जिससे कर्मचारियों को फैसला लेने में आसानी होगी।
New UPI Rule : UPI से पेमेंट करने वालों के लिए खुशखबरी! 30 जून से होने जा रहा है बड़ा बदलाव