BSEB Bihar Board 10th Exam 2024: बिहार बोर्ड मैट्रिक परीक्षा कल 15 फरवरी गुरुवार से शुरू होगी। जूता-मोजा पहनकर आने पर रोक है। साथ ही आधा घंटे पहले पहुंचना होगा। देरी से आने पर एंट्री नहीं मिलेगी।
Bihar Board 10th Exam 2024: बिहार बोर्ड मैट्रिक परीक्षा कल 15 फरवरी गुरुवार से शुरू होगी। जूता-मोजा पहनकर आने पर रोक है। साथ ही आधा घंटे पहले पहुंचना होगा। पहली पाली की परीक्षा 09:30 बजे से 12:45 बजे व दूसरी पाली की परीक्षा 02:00 बजे से 5:15 बजे तक ली जाएगी। पहली पाली के परीक्षार्थी 09:00 बजे व दूसरी पाली के परीक्षार्थी 01:30 बजे तक प्रवेश कर जाएंगे। विलंब से आने वाले को परीक्षा भवन में प्रवेश की अनुमति नहीं मिलेगी। आदेश दिया गया है कि 9 बजे के बाद आने वाले परीक्षार्थियों ने अगर प्रवेश को लेकर हंगामा किया तो दो साल तक वे परीक्षा से निष्कासित कर दिये जाएंगे। 23 फरवरी तक चलने वाली बिहार बोर्ड मैट्रिक परीक्षा के लिए 38 जिलों में 1585 केंद्र बनाये गए हैं। 16 लाख 94 हजार 781 परीक्षार्थी शामिल होंगे। सबसे अधिक संख्या छात्राओं की है। परीक्षा में 8 लाख 22 हजार 587 छात्र और 8 लाख 72 हजार 194 छात्राएं शामिल होंगे। लड़कों की तुलना में इस बार 49 हजार 609 लड़कियां अधिक है।
परीक्षा केंद्र जाने से पहले इन 5 नियमों का रखें ध्यान
1- केंद्र पर प्रवेश पत्र, कलम, पेंसिल, इंस्ट्रूमेंट बॉक्स लेकर ही जाएं। हर हाल में 30 मिनट पहले पहुंच जाएं वरना एंट्री नहीं मिलेगी।
2- जूता मोजा पहनकर न जाएं। चप्पल पहनकर जाएं।
3- केंद्र के अंदर मोबाइल, ब्लू-टूथ, पेजर, व्हाइटनर, इलेक्ट्रॉनिक गैजेट और इरेजर लेकर नहीं जाएं।
4- ओएमआर सीट पर व्हाइटनर और इरेजर का इस्तेमाल नहीं करें।
5- प्रवेश पत्र में त्रुटि तो पहचान पत्र लेकर ही आएं- जिन छात्रों के एडमिट कार्ड के फोटो में अगर गड़बड़ी हो या किसी अन्य की तस्वीर छपी हो तो छात्रों को पहचान पत्र के साथ परीक्षा केंद्र पर पहुंचना होगा। छात्र आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आइडी, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस लेकर आएं।
डाटायुक्त होगी उत्तरपुस्तिका
डाटायुक्त उत्तरपुस्तिकाओं और ओएमआर उत्तर पत्रक दिये जायेंगे। प्रत्येक वर्ष मैट्रिक परीक्षा में छात्र की बढ़ती संख्या के अनुपात में जिला मुख्यालय एवं अनुमंडलों में परीक्षा भवनों की कमी को देखते हुए मैट्रिक परीक्षा दो शिफ्टों में संचालित होगी।
एक कोड के परीक्षार्थी को आरोही क्रम में बैठाने के बाद दूसरे कोड के परीक्षार्थी को बैठाने के लिए सीट निर्धारित की जायेगी। सीट प्लान की एक प्रति परीक्षा केन्द्र के मुख्य द्वार पर चिपकाई जाएगी तथा परीक्षा केन्द्र परिसर में ब्लैक बोर्ड पर भी बड़े-बड़े अक्षरों में अंकित किया जाएगा।
पटना जिला में 75,850 परीक्षार्थियों के लिए 70 केंद्र हैं। पटना में भी सबसे अधिक 40 हजार 364 छात्राएं छात्र शामिल होंगे। लड़कों से लड़कियों की संख्या 4,878 अधिक है।