2024 की शुरुआत में UAE सरकार ने गोल्डन वीज़ा कार्यक्रम में एक बड़ा और महत्वपूर्ण बदलाव किया। सरकार ने रियल एस्टेट निवेश के लिए न्यूनतम 1 मिलियन AED के डाउन पेमेंट के नियम को खत्म कर दिया। सरकार के इस कदम से भारतीयों के लिए यूएई में निवेश करना और भी आसान हो गया है।
UAE Golden Visa: यूएई ने वर्ष 2019 में गोल्डन वीजा की शुरुआत की थी। इस वीजा को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य विदेशी निवेशकों को आकर्षित करना था। गोल्डन वीजा के जरिए भारतीय निवेशक न केवल दुबई समेत यूएई के प्रमुख शहरों में प्रॉपर्टी में निवेश कर सकते हैं, बल्कि यूएई में लंबे समय तक रहने का भी पूरा लाभ उठा सकते हैं। यह वीजा कोई वीजा नहीं है। यूएई यह गोल्डन वीजा मुख्य रूप से निवेशकों, उद्यमियों, शोधकर्ताओं और प्रभावशाली छात्रों को जारी करता है। इस वीजा के जरिए आप 5 या 10 साल तक यूएई में रह सकते हैं, जिसे बाद में रिन्यू भी किया जा सकता है।
गोल्डन वीजा के लिए क्या है पात्रता-(What is the eligibility for Golden Visa?)
अगर आप किसी निवेश फंड में निवेश करते हैं, तो आपको बिना किसी प्रायोजक के 10 साल के लिए गोल्डन वीजा दिया जा सकता है। बशर्ते, यूएई में किसी मान्यता प्राप्त निवेश फंड से एक पत्र जारी करना होगा, जिसमें बताया गया हो कि आपके पास 2 मिलियन दिरहम (AED 2 मिलियन) की जमा राशि है, या वैध वाणिज्यिक लाइसेंस या औद्योगिक लाइसेंस (Commercial License or Industrial License) और एसोसिएशन का ज्ञापन जमा करना होगा, जिसमें बताया गया हो कि आपकी पूंजी 2 मिलियन दिरहम या उससे अधिक है।
रियल एस्टेट निवेश के लिए न्यूनतम 1 मिलियन दिरहम के डाउन पेमेंट का नियम समाप्त कर दिया गया है
2024 की शुरुआत में यूएई सरकार ने गोल्डन वीजा प्रोग्राम में एक बड़ा और अहम बदलाव किया था। सरकार ने रियल एस्टेट निवेश के लिए न्यूनतम 1 मिलियन AED के डाउन पेमेंट के नियम को खत्म कर दिया था। सरकार के इस कदम से भारतीयों के लिए यूएई में निवेश करना और भी आसान हो गया है, खासकर उन निवेशकों के लिए जो ऑफ-प्लान रियल एस्टेट में निवेश करना चाहते हैं।
यूएई में आय पर नहीं देना होता टैक्स-(There is no tax on income in UAE)
आपको बता दें कि, दुबई के विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचे और कमाई के अपार अवसरों को देखते हुए यहां प्रॉपर्टी के साथ-साथ किराए में भी जबरदस्त बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। इसलिए भारतीय निवेशकों के लिए यह एक सुनहरा मौका है। आपको बता दें कि, यूएई में आय पर किसी भी तरह का कोई टैक्स नहीं देना होता है। यही वजह है कि दुबई समेत पूरे यूएई में विदेशी कारोबारियों, उद्यमियों और निवेशकों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है।