लालू यादव की पार्टी आरजेडी के विधायक और मंत्री विवादित बयानों की होड़ मची है। खासकर अयोध्या में राम मंदिर निर्माण और रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर यह सिलसिला तेज हो गया है। शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर, विधायक फतेह बहादुर सिंह के बाद पिछड़ा कल्याण विभाग के मंत्री अनिता देवी ने कंट्रोवर्सियल स्पीच से हलचल मचा दिया। इससे पहले तेजस्वी यादव ने मंदिर पर सवाल उठाए। इस बीच नीतीश सरकार में पर्यावरण,वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के मंत्री तेजप्रताप यादव ने अपने दल के विधायकों और मंत्रियों को बड़ी नसीहत दी है। तेज प्रताप यादव ने बीजेपी और आरएसएस के काम करने के तरीके पर सवाल उठाते हुए हमला बोला है।
पटना में पत्रकारों से बात करते हुए आरजेडी नेता तेज प्रताप यादव ने कहा कहा कि सबसे बड़ा धर्म इंसानियत का धर्म है और उसी का हम सबको अनुसरण करना चाहिए। हम सबसे यही कहना चाहते हैं कि किसी भी धर्म पर बोलने के पहले विचार करना चाहिये। जहां तक हो इन मुद्दों पर बोलने से बचना चाहिए। किसी की धार्मिक भावना को चोट पहुंचाना कहीं से ठीक नहीं है। तेज प्रताप सोमवार को अपने आवास के के पास मीडिया कर्मियों को संबोधित किया।
आरजेडी के नेता भले हीं कुछ बोल लें लेकिन यह सब जानते हैं कि तेज प्रताप यादव स्वभाव से देवी देवताओं के भक्त हैं। उनकी कृष्ण भक्ति ऐसी है कि अक्सर सभाओं में मुरली बजाने लगते हैं। सावन और शिवरात्रि जैसे मौकों पर उनकी शिवभक्ति की तस्वीरें देखी जाती है। दुर्गा पूजा के समय उनका परिवार भक्ति में डूब जाता है। लालू यादव और तेज प्रताप पूजा पंडालों में जाकर मां का दर्शन करते है और लोगों को शुभकामनाएं देते हैं। शायद यही वजह है कि राजद नेता ने अपनी पार्टी के नेताओं को यह मैसेज दिया है।
मी़डिया से बात करते हुए तेज प्रताप यादव ने आरएसएस और बीजेपी पर भी हमला बोला। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि उनके पास कोई मुद्दा नहीं है।, वो राम को ही आगे कर देते हैं। उन्होंने आरएसएस और भाजपा पर देश को तोड़ने का भी आरोप लगाया। कहा कि वे लोग नाथूराम गोडसे से वंशज हैं तो देश में कुछ भी करवा सकते हैं। जब महात्मा गांधी को नहीं छोड़ा तो किसको छोड़ देंगे। केंद्र में बैठकर देश को बांटने के लिए हथकंडा अपनाने से पीछे नहीं हटेंगे। बिहार समेत पूरे देश की जनता देख रही है कि ये लोग किस तरह से काम कर रहे हैं।