Post Office Senior Citizen Savings Scheme: पोस्ट ऑफिस की यह स्कीम न सिर्फ 8% से ज्यादा ब्याज देती है, बल्कि हर महीने नियमित आय भी सुनिश्चित करती है। निवेश की सुरक्षा की गारंटी खुद सरकार देती है।
Senior Citizen Savings Scheme: हर कोई अपनी मेहनत की कमाई का कुछ हिस्सा बचाकर ऐसी जगह निवेश करना चाहता है, जहां उसका पैसा सुरक्षित रहे और उसे शानदार रिटर्न मिले। वहीं, कुछ लोग यह सोचकर निवेश करना शुरू कर देते हैं कि बुढ़ापे में उनके पास नियमित आय होगी, ताकि उन्हें आर्थिक परेशानियों का सामना न करना पड़े। ऐसे में पोस्ट ऑफिस की ओर से चलाई जा रही विभिन्न बचत योजनाएं काफी लोकप्रिय हो रही हैं। इन्हीं में से एक है पोस्ट ऑफिस सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (Post Office SCSS Scheme), जो खास तौर पर वरिष्ठ नागरिकों के लिए है और इसमें निवेश पर 8 फीसदी से ज्यादा सालाना ब्याज मिल रहा है, यानी बैंक एफडी से भी ज्यादा।
8.2 प्रतिशत का शानदार ब्याज
पोस्ट ऑफिस में हर आयु वर्ग के लिए अलग-अलग कैटेगरी में छोटी बचत योजनाएं चलाई जा रही हैं, जिसमें सुरक्षित निवेश की गारंटी खुद सरकार देती है। पोस्ट ऑफिस सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम की बात करें तो यह न सिर्फ सभी बैंकों की एफडी से ज्यादा ब्याज देती है, बल्कि इससे नियमित आय भी सुनिश्चित होती है और इसमें निवेश करके हर महीने 20,000 रुपये तक की कमाई की जा सकती है। POSSC में मिलने वाली ब्याज दर की बात करें तो सरकार 1 जनवरी 2024 से इसमें निवेश करने वालों को 8.2 प्रतिशत की शानदार ब्याज दर ऑफर कर रही है।
मात्र 1000 रुपये से करें निवेश की शुरुआत
नियमित आय, सुरक्षित निवेश और टैक्स छूट के मामले में पोस्ट ऑफिस की सबसे पसंदीदा योजनाओं की सूची में पोस्ट ऑफिस सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम भी शामिल है। इसमें खाता खुलवाकर आप न्यूनतम 1,000 रुपये से निवेश की शुरुआत कर सकते हैं। वहीं, इस सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम में अधिकतम निवेश की सीमा 30 लाख रुपये तय की गई है। रिटायरमेंट के बाद आर्थिक रूप से समृद्ध रहने में पोस्ट ऑफिस की यह स्कीम काफी मददगार साबित हो सकती है। इसमें 60 साल या उससे अधिक उम्र के किसी भी व्यक्ति या जीवनसाथी के साथ ज्वाइंट अकाउंट खुलवाया जा सकता है।
योजना की परिपक्वता अवधि 5 वर्ष है
पोस्ट ऑफिस सीनियर सिटीजन स्कीम में निवेशक को 5 साल तक निवेश करना होता है। वहीं अगर इस अवधि से पहले इस खाते को बंद किया जाता है तो नियमों के मुताबिक खाताधारक को पेनाल्टी देनी पड़ती है। आप किसी भी नजदीकी पोस्ट ऑफिस में जाकर आसानी से अपना SCSS खाता खुलवा सकते हैं। इस योजना के तहत कुछ मामलों में आयु सीमा में छूट भी दी गई है। उदाहरण के लिए VRS लेने वाले व्यक्ति की आयु खाता खुलवाते समय 55 वर्ष से अधिक और 60 वर्ष से कम हो सकती है, जबकि डिफेंस से रिटायर्ड कर्मचारी 50 वर्ष से अधिक और 60 वर्ष से कम की आयु में निवेश कर सकते हैं, हालांकि इसके लिए कुछ शर्तें भी रखी गई हैं।
बैंक एफडी से ज्यादा रिटर्न
जहां एक तरफ पोस्ट ऑफिस सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम पर 8.2 फीसदी ब्याज दिया जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ देश के सभी बैंक सीनियर सिटीजन को इसी अवधि यानी 5 साल के लिए एफडी कराने पर सिर्फ 7.00 से 7.75 फीसदी ब्याज दे रहे हैं। बैंकों की एफडी दरों पर नजर डालें तो देश का सबसे बड़ा बैंक एसबीआई पांच साल की एफडी पर सीनियर सिटीजन को 7.50 फीसदी सालाना ब्याज दे रहा है, आईसीआईसीआई बैंक 7.50 फीसदी, पंजाब नेशनल बैंक (PNB) 7 फीसदी और एचडीएफसी बैंक 7.50 फीसदी ब्याज दे रहा है।
1.5 लाख रुपये तक टैक्स लाभ
पोस्ट ऑफिस की इस स्कीम में खाताधारक को टैक्स छूट का लाभ भी मिलता है। SCSS में निवेश करने वाले व्यक्ति को आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत सालाना 1.5 लाख रुपये तक की टैक्स छूट दी जाती है। इस स्कीम में हर तीन महीने में ब्याज की रकम देने का प्रावधान है। इसमें हर अप्रैल, जुलाई, अक्टूबर और जनवरी की पहली तारीख को ब्याज दिया जाता है। अगर खाताधारक की मैच्योरिटी अवधि खत्म होने से पहले ही मौत हो जाती है तो अकाउंट को बंद कर दिया जाता है और इसकी पूरी रकम दस्तावेजों में दर्ज नॉमिनी को सौंप दी जाती है।
ऐसे मिलेगी 20,000 रुपये महीने की आय
जैसा कि ऊपर बताया गया है, इस सरकारी योजना में निवेशक सिर्फ 1000 रुपये से निवेश शुरू कर सकता है और इसमें अधिकतम 30 लाख रुपये निवेश किए जा सकते हैं। जमा राशि 1000 के गुणकों में तय होती है। अब अगर इस योजना से नियमित रूप से 20,000 रुपये कमाने का हिसाब देखें तो 8.2 प्रतिशत ब्याज दर के हिसाब से अगर कोई व्यक्ति करीब 30 लाख रुपये निवेश करता है तो उसे सालाना 2.46 लाख रुपये ब्याज मिलेगा और अगर इस ब्याज की गणना मासिक आधार पर करें तो यह करीब 20,000 रुपये महीना आता है।