
SBI Home Loan: आरबीआई द्वारा रेपो रेट में कटौती के बाद भारतीय स्टेट बैंक ने होम लोन और ऑटो लोन पर ब्याज दरें कम करने का फैसला किया है।
भारतीय रिजर्व बैंक ने 9 अप्रैल को अपनी मौद्रिक नीति की घोषणा करते हुए रेपो रेट में कटौती की घोषणा की। आरबीआई ने रेपो रेट में 25 आधार अंकों की कटौती की, जिससे रेपो रेट 6.00 फीसदी पर आ गई। इसके बाद विभिन्न बैंक होम लोन और ऑटो लोन पर ब्याज दरें कम कर रहे हैं। भारतीय स्टेट बैंक ने अपने ग्राहकों को राहत देने के लिए फैसला लिया है।
भारतीय स्टेट बैंक ने होम लोन और ऑटो लोन पर ब्याज दरों में कटौती की घोषणा की है। इससे होम लोन, ऑटो लोन और पर्सनल लोन पर ब्याज दरें कम हो जाएंगी। इससे मासिक ईएमआई की राशि भी कम हो जाएगी।
आरबीआई मौद्रिक नीति समिति की बैठक 7 अप्रैल से 9 अप्रैल तक हुई। इस बैठक के बाद आरबीआई गवर्नर संजय म्हलोत्रा ने रेपो रेट में 25 आधार अंकों की कटौती की घोषणा की। इससे रेपो रेट 6.25 फीसदी से घटकर 6.00 फीसदी पर आ गई ब्याज दरों में कटौती 15 अप्रैल 2025 यानी आज से लागू हो गई है।
बैंक की ईबीएलआर दर 8.90 फीसदी से घटकर 8.65 फीसदी हो गई है। एसबीआई ने अपनी रेपो लिंक्ड लेंडिंग रेट को संशोधित कर 8.50 से 8.25 फीसदी कर दिया है।
मासिक लोन किस्त कम होगी।
RBI ने मौद्रिक नीति बैठक के बाद रेपो रेट में 0.25 प्रतिशत की कटौती की घोषणा की। रेपो रेट में कटौती की घोषणा 9 अप्रैल, 2025 को की गई। रेपो रेट को 6.25 प्रतिशत से घटाकर 6.00 प्रतिशत कर दिया गया।
रेपो रेट में कटौती का लाभ उन उधारकर्ताओं को मिलेगा जिन्होंने फ्लोटिंग ब्याज दर का विकल्प चुना है। उनकी EMI दर घट जाएगी। हालांकि, साथ ही जब रेपो रेट बढ़ता है, तो ब्याज दर भी बढ़ जाती है।
जब रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं होता है, तो उधारकर्ताओं की EMI में कोई बदलाव नहीं होता है। रेपो रेट कम होने के बाद बैंकों द्वारा ब्याज दरें कम कर दी जाती हैं।
बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने भी अपनी ब्याज दरें कम कर दी हैं। बैंक ने ब्याज दरों में 0.25 प्रतिशत की कटौती की है। इससे होम लोन पर ब्याज में 0.25 प्रतिशत की कमी आई है।