बिहार के बहुचर्चित आईएएस अफसर और राज्य सरकार के अपर मुख्य सचिव केके पाठक 11 दिन की छुट्टी के बाद काम पर लौट आए हैं और आते ही शिक्षा विभाग में अपना पुराना पदभार ही संभाल लिया है।
पाठक ने शुक्रवार को पटना लौटने के बाद शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव (ACS) पद का चार्ज फिर ले लिया और काम शुरू कर दिया है। पाठक ने घर से ही विभाग की कई फाइलें निपटाईं। पाठक ने लंबे अवकाश पर जाने के लिए सरकार के निर्देश पर एसीएस पद का प्रभार त्याग दिया था। पाठक की छुट्टी के दौरान विभाग के सचिव बैधनाथ यादव अपर मुख्य सचिव के प्रभार में भी थे।
केके पाठक ने शुक्रवार को अपराह्न में पदभार ग्रहण किया। उन्होंने प्रभार प्रतिवेदन में लिखा है कि मैं 19 जनवरी के अपराह्न में अपर मुख्य सचिव पद का प्रभार स्वत: ग्रहण करता हूं। इस प्रभार प्रतिवेदन को उन्होंने मुख्य सचिव, विकास आयुक्त, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव, सामान्य प्रशासन विभाग के प्रधान सचिव आदि को भी भेजा है। पदभार ग्रहण करते ही उन्होंने घर से ही कई फाइलों का निष्पादन किया और आवश्यक दिशा-निर्देश भी जारी किये।
पाठक की छुट्टी के दौरान ही लगभग एक लाख नवनियुक्त शिक्षकों को पटना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जबकि कई जिलों में प्रभारी मंत्रियों ने नियुक्ति पत्र सौंपा था। केके पाठक के ना लौटने के कारण शिक्षकों की पोस्टिंग का काम अटका हुआ था जिस पर बाद में काम शुरू हो गया। केके पाठक 8 जनवरी को स्वास्थ्य के आधार पर 14 जनवरी तक के आर्जित अवकाश पर गए थे।
बाद में उन्होंने अपनी छुट्टी 16 जनवरी तक बढ़ा ली। 17 जनवरी को गुरु गोविंद सिंह जयंती का सार्वजनिक अवकाश था। 18 जनवरी को पाठक को वापस काम पर लौटना था लेकिन 17 जनवरी को खबर आई कि पाठक ने अपनी छुट्टी 31 जनवरी तक बढ़ाने का आवेदन भेज दिया है।
दूसरी बार छुट्टी बढ़ाने की खबर आने के बाद अटकल लगना शुरू हो गया कि केके पाठक नाराज हैं और अब शिक्षा विभाग में उनकी जगह दूसरे अपर मुख्य सचिव की खोज सरकार शुरू कर सकती है। हालांकि नीतीश सरकार के सीनियर मंत्री अशोक चौधरी ने यह कहकर इन अटकलों को खारिज किया था कि पाठक वो काम कर रहे हैं
जो नीतीश कुमार का विजन है और जब वो आएंगे तो शिक्षा विभाग का काम संभाल लेंगे। अपनी पूरी सेवा के दौरान कभी मंत्री, कभी सांसद तो कभी विधायकों से भिड़ते रहे केके पाठक का अपने ही विभाग के मंत्री से नहीं बन रहा है। शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर आरजेडी मंत्री हैं और लगातार विवादित बयान देते रहते हैं।