Indian Railways New Rule: पिछले दिनों नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ में 18 लोगों ने जान गंवा दी थी. भविष्य में इस तरह का हादसा न हो, इसको लेकर रेलवे संजीदगी से काम कर रहा है. इसी के मद्देनजर इंडियन रेलवे ने 60 व्यस्त स्टेशनों पर केवल कन्फर्म टिकट वाले यात्रियों को ही प्लेटफार्म पर एंट्री देने का फैसला किया है. रेलवे को उम्मीद है कि इस कदम से प्लेटफार्मों पर लगने वाली भीड़भाड़ को रोका जा सकेगा. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार को अधिकारियों के साथ मीटिंग कर देशभर के प्रमुख स्टेशनों पर भीड़ को कंट्रोल करने के जरूरी उपायों को लागू करने का निर्देश दिया.
अनऑथराइज एंट्री प्वाइंट को भी सील किया जाएगा
इन उपायों के तहत 60 बिजी स्टेशनों के बाहर परमानेंट वेटिंग एरिया बनाए जाएंगे और प्लेटफार्म पर एंट्री में लगाम लगाई जाएगी. रेलवे ने साफ किया कि अब इन 60 स्टेशनों पर पूरी तरह से एक्सेस कंट्रोल (प्रवेश नियंत्रण) लागू किया जाएगा. केवल कन्फर्म रिजर्वेशन वाले यात्रियों को ही प्लेटफार्म पर जाने की अनुमति होगी. वेटिंग टिकट और बिना टिकट वाले बाहर बने वेटिंग एरिया में ही रुकेंगे.
स्टेशनों के सभी अनऑथराइज एंट्री प्वाइंट को भी सील किया जाएगा. 60 स्टेशनों की लिस्ट में बेंगलुरू स्टेशन को भी शामिल किया गया है.
इन स्टेशनों से शुरू किया गया पायलट प्रोजेक्ट
इस योजना को पहले कुछ स्टेशनों पर पायलट प्रोजेक्ट के रूप में लागू किया गया है. जिन स्टेशन पर अभी यह योजना शुरू की जा रही है उनमें नई दिल्ली, आनंद विहार, वाराणसी, अयोध्या और पटना रेलवे स्टेशन को शामिल किया गया है. योजना के तहत अचानक उमड़ने वाली भीड़ को वेटिंग एरिया में रोका जाएगा. यात्रियों को उसी समय प्लेटफार्म पर जाने दिया जाएगा, जब ट्रेन आने वाली होगी. इससे स्टेशन परिसर में गैर जरूरी भीड़ नहीं होगी और लोगों की आवाजाही सुगम होगी.
नई दिल्ली स्टेशन की भगदड़ के बाद आया फैसला
यह फैसला उस घटना के बाद लिया गया है, जिसमें नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर प्लेटफार्म पर ज्यादा भीड़ के कारण मची भगदड़ में 18 लोगों की मौत हो गई थी. साल 2024 के त्योहारी सीजन में सूरत, उधना, पटना और नई दिल्ली रेलवे स्टेशनों पर बाहर वेटिंग एरिया बनाए गए थे, जिससे प्लेटफार्म पर भीड़ को कंट्रोल करने में मदद मिली थी. प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान 9 रेलवे स्टेशनों पर भी इसी तरह का सिस्टम लागू किया गया था. इससे भीड़ को मैनेज करने में काफी मदद मिली थी. अब इस सिस्टम को दूसरे स्टेशनों पर लागू करने का फैसला किया गया है.
फुट ओवर ब्रिज भी होंगे चौड़े
भीड़ नियंत्रित करने के कदम के तहत रेलवे ने भीड़ को कंट्रोल करने के लिए एक और कदम उठाया है. इसके तहत नए डिजाइन के चौड़े फुट ओवर ब्रिज (FOB) बनाए जाएंगे. ये ब्रिज 12 मीटर (40 फीट) और 6 मीटर (20 फीट) चौड़े होंगे. कुंभ के दौरान इस तरह के ब्रिज काफी प्रभावी साबित हुए थे.
यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाने का फैसला किया है. सभी 60 रेलवे स्टेशन और उनके आसपास के क्षेत्रों में कैमरे लगाए जाएंगे. भीड़ को कंट्रोल करने के लिए बड़े स्टेशनों पर ‘वार रूम’ बनाए जाएंगे. ज्वाइंट टीम इन वार रूम्स में रहकर स्थिति पर नजर बनाए रखेगी.
रेलवे स्टाफ की नई पहचान और वर्दी
स्टाफ और सर्विस पर्सन के लिए नया आईडी कार्ड बनाया जाएगा. नए ड्रेस कोड लागू होंगे, इससे संकट की स्थिति में स्टाफ को तुरंत पहचाना जा सकेगा. प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर एक सीनियर अधिकारी को स्टेशन डायरेक्टर नियुक्त किया जाएगा. स्टेशन डायरेक्टर को वित्तीय अधिकार दिए जाएंगे ताकि वे तत्काल फैसले लेकर हालात को सुधार सकें. वह स्टेशन की क्षमता और उपलब्ध ट्रेनों की स्थिति के अनुसार टिकट बिक्री को नियंत्रित कर सकेंगे.
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