मौसम विभाग के मुताबिक, 25 अप्रैल को बिहार, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, झारखंड, तेलंगाना, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में हीटवेव का अलर्ट जारी किया गया है. वहीं पंजाब, हरियाणा और महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में बारिश होने के आसार हैं.
उत्तर भारत के कई राज्य भीषण गर्मी की चपेट में हैं. हालांकि, देश के कुछ हिस्सों में बारिश होने से मौसम सुहावना बना हुआ है. मौसम विभाग की मानें तो 25 अप्रैल को बिहार, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, झारखंड, तेलंगाना, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में हीटवेव का अलर्ट जारी किया गया है. वहीं पंजाब, हरियाणा और महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में बारिश होने के आसार हैं.
दिल्ली का मौसम
दिल्ली में 25 अप्रैल को आसमान साफ रहेगा और इस दौरान तेज हवाएं चल सकती हैं. मौसम विभाग का कहना है कि दिल्ली में 26 अप्रैल को हल्की बारिश होने के आसार हैं. IMD के अनुसार, इस पूरे हफ्ते दिल्ली का अधिकतम तापमान 38 से 40 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है. वहीं न्यूनतम तापमान 21 से 24 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है. आज दिल्ली का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है.
देश के मौसम का हाल
मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट के मुताबिक, अगले 24 घंटों के दौरान, असम और अरुणाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है. वहीं पूर्वोत्तर भारत, पश्चिमी हिमालय, केरल के कुछ हिस्सों, विदर्भ और मराठवाड़ा में हल्की से मध्यम बारिश संभव है. इसके अलावा उत्तरी पंजाब और उत्तरी हरियाणा में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश संभव है.
इन राज्यों में लू का कहर
देश के अधिकांश हिस्सों में अधिकतम तापमान बढ़ने की उम्मीद है. गंगा के तटवर्ती पश्चिम बंगाल, तटीय ओडिशा, आंतरिक कर्नाटक, झारखंड, बिहार, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश और तटीय आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों में लू की स्थिति संभव है.
देश की मौसमी गतिविधियां
मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट के मुताबिक, मध्य क्षोभमंडलीय पश्चिमी हवाओं में एक निम्न दबाव की रेखा के रूप में पश्चिमी विक्षोभ, जिसकी धुरी औसत स्तर से 5.8 किमी ऊपर है, अब 72 डिग्री पूर्व देशांतर के साथ 30 डिग्री उत्तर अक्षांश के उत्तर में स्थित है. वहीं एक चक्रवाती परिसंचरण निचले स्तर पर पूर्वोत्तर राजस्थान पर बना हुआ है.
इसके अलावा पूर्वी असम और आसपास के क्षेत्रों पर एक और चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है. उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और आसपास के क्षेत्र पर एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है. एक निम्न दबाव की रेखा अप हिमालयी पश्चिम बंगाल पर बने हुए परिसंचरण से उत्तरी बंगाल की खाड़ी तक जा रही है.
निचले स्तर पर मध्य महाराष्ट्र से केरल होते हुए कर्नाटक तक एक ट्रफ/हवा का विच्छेदन बना हुआ है. दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है. एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र कोमोरिन क्षेत्र पर है. इसके अलावा 26 अप्रैल से एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालय क्षेत्र को प्रभावित करने की संभावना है.