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Gratuity Limit Hike : केंद्रीय कर्मचारियों की ग्रेच्युटी में बढ़ौतरी, अब रिटायरमेंट पर मिलेगा इतना पैसा

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Gratuity Limit Hike : केंद्रीय कर्मचारियों की ग्रेच्युटी में बढ़ौतरी, अब रिटायरमेंट पर मिलेगा इतना पैसा

Gratuity Limit Hike : केंद्रीय कर्मचारियों के लिए एक और राहत भरी खबर आई है। वैसे तो एक कर्मचारी को उसकी सर्विस के दौरान कई तरह के लाभ दिए जाते हैं, जो भी कर्मचारी नियमित रूप से अपनी सेवाएं प्रदान करता है, उसे ग्रेच्युटी दी जाती है। कर्मचारियों का महंगाई भत्ता बढ़ जाने के बाद अब कर्मचारियों की ग्रेच्युटी (new Gratuity Limit) में बढ़ौत्तरी की है। इसका सबसे ज्यादा फायदा रिटायरमेंट के समय होगा।

How to calculate gratuity : केंद्र सरकार अब अपने कर्मचारियों पर लगातार महेरबान हो रही है। 8वें वेतन आयोग के गठन की घोषणा के बाद अब कर्मचारियों की ग्रेच्युटी में बढ़ौतरी का ऐलान भी कर दिया गया है। अब केन्द्रीय कर्मचारियों की ग्रेच्युटी  (benefits of gratuaty) पहले से करीब 5 लाख और ज्यादा हो जाएगी। आइए जानते हैं अब रिटायरमेंट के समय में कर्मचारियों को कितना पैसा मिलेगा।

कितनी हो गई ग्रेच्युटी की लिमिट-

ग्रेच्युटी की लिमिट में तगड़ा इजाफा देखने को मिला है। ग्रेच्युटी की लिमिट में 25 प्रतिशत की बढ़ौतरी कर दी गई है। इस नए नियम को 1 जनवरी 2024 से लागू कर दिया गया है। सरकार की ओर से ग्रेच्युटी की राशि 20 लाख से बढ़ाकर 25 लाख कर दी गई है। 25 लाख रुपये की ग्रेच्युटी को लेकर कर्मचारियों की कोई टैक्स की देनदारी नहीं होती है। ये पूरी तरह टैक्स-फ्री (Tax on gratuaty) है। हालांकि अभी भी जो कर्मचारी निजी क्षेत्र में काम (gratuaty kab milti hai) करते हैं उनकी ग्रेच्युटी की लिमिट 20 लाख रुपये है।

दोनों तरह की ग्रेच्युटी बढ़ाई –

हाल ही में जारी की गई एक रिपोर्ट के अनसुार महंगाई भत्ता 50 प्रतिशत क्रॉस कर जाने के बाद 7वें वेतन आयोग (7th pay commission) के तहत ग्रेच्युटी की लिमिट में बढ़ोतरी की गई है। सरकार के इस आदेश में बताया गया है वर्तमान में चल रहे आयोग के तहत सरकार के फैसले के आधार पर सेंट्रल सिविल सर्विसेज 2021 (Central Civil Services 2021) के तहत दोनों तरह से मिलने वाली ग्रेच्युटी की लिमिट बढ़ाई गई है। अब रिटायरमेंट ग्रेच्युटी और कर्मचारी की मृत्यु होने पर यानी डेथ ग्रेच्युटी, दोनों ग्रेच्युटी कर्मचारियों को  25 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ मिलेगी।

किन कर्मचारियों को मिलती है ग्रेच्युटी –

किसी भी कर्मचारियों के लिए सैलरी, पेंशन की तरह ही ग्रेच्युटी का महत्व भी अलग ही होता है। यह वह रकम होती है जो कर्मचारी की पारदर्शिता को दर्शाती है।  ये रकम एक निश्चित समय तक की गई सर्विस के एवज में सम्मान के रूप में दी जाती है। ग्रेच्युटी को लेकर भी कई नियम (Gratuity new rules)बनाए गए हैं। किसी भी कर्मचारी को ग्रेच्युटी की रकम रिटायरमेंट या फिर एक अवधि यानी 5 वर्षों के बाद जॉब छोड़ने पर दी जाती है।

यह किसी भी एम्पलॉय के ग्रास सैलेरी का एक कॉम्पोनेंट है। ग्रेच्युटी को कर्मचारी कंपनी द्वारा कंपनी छोड़ने पर एकमुश्त भुगतान किया जाता है। हालांकि ग्रेच्युटी पाने का हकदार (Gratuity rules) सभी सरकारी व निजी क्षेत्र के सभी कर्मचारी रखते हैं। इसके लिए पात्रता व शर्तों को पूरा करना होता है, उसके बाद ही यह दी जाती है।

ऐसे करें ग्रेच्युटी को कैलकुलेट- 

अगर आप भी एक कर्मचारी हैं और आपको मिलने वाली ग्रेच्युटी को कैलकुलेट(gratuaty calculation) करना चाहते हैं तो आप हर महीने मिलने वाले सैलरी के आधार पर अपनी ग्रेच्युटी को कैलकुलेट कर सकते हैं। भारत में ग्रेच्युटी (eligiblity for gratuity) पाने के लिए सबसे कम समय सीमा 5 साल की निर्धारित की गई है। किंतु यह नियम उस कंडिशन में लागू नहीं होगा जब कमर्चारी के मृत्यु हो जाए या फिर वह दिव्यांग हो जाए। अगर आप अपनी ग्रेच्युटी कैलकुलेट करना चाहते हैं तो  5 साल की अवधि के लिए साल में 240 दिनों को वर्किंग दिन के तौर पर गिना जाता है।

ग्रेच्युटी के लिए पात्रता व शर्तें-

ग्रेच्युटी पाने के लिए कर्मचारियों को लगातार 5 साल  कंपनी या विभाग में सेवाएं देनी पड़ती हैं। किसी कर्मचारी के सर्विस से रिटायर होने पर या  सेवानिवृत्ति के लिए पात्र (terms for Gratuity) होने पर, या फिर किसी भी कंपनी में 5 सालों तक लगातार काम करने के बाद इस्तीफा देने पर, या  किसी कर्मचारी के निधन होने पर, इसके अलावा बीमारी या एक्सीडेंट के चलते दिव्यांग होने पर ग्रेच्युटी दी जाती है। ऐसे कर्मचारी ग्रेच्युटी पाने के असली हकदार होते हैं।

नियमों में बदलाव की रखी थी मांग- 

ग्रेच्युटी के नियमों (Gratuity Calculation Rules) में बदलाव को लेकर ट्रेड यूनियनों के प्रतिनिधियों ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ प्री-बजट मीटिंग में मांग की थी। यह मांग कर्मचारियों को ग्रेच्युटी का फायदा देने के लिए की गई थी। ट्रेड यूनियनों संगठनों ने वित्त मंत्री से ग्रेच्युटी पेमेंट को कैलकुलेट करने के लिए यह मांग की है कि इसे साल में 15 दिनों के वेतन की जगह इसे बढ़ाकर एक महीने के वेतन के तौर पर किया जाए। इससे रिटायरमेंट पर एम्पलॉयज को अधिक ग्रेच्युटी का फायदा (Gratuity ke fayde) मिल सकेगा। ग्रैच्युटी से जुड़े नियमों में बदलाव से अब कई कर्मचारियों को इसका फायदा मिल सकेगा।

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