महंगाई भत्ता AICPI (All India Consumer Price Index) के आधार पर तय होता है. यह इंडेक्स हर महीने जारी होता है और 6 महीने (जुलाई-दिसंबर) के औसत के हिसाब से महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी की जाती है.
DA Hike Announcement Update: साल 2025 की शुरुआत के साथ ही केंद्रीय कर्मचारियों के लिए एक और बड़ी खुशखबरी आ सकती है. महंगाई भत्ते (DA) में बढ़ोतरी की संभावना है. AICPI इंडेक्स के अक्टूबर 2024 तक के आंकड़े सामने आ गए हैं और इनके आधार पर DA 56 फीसदी तक पहुंच सकता है. मतलब कुल मिलाकर इसमें 3 फीसदी का उछाल देखने को मिल सकता है. हालांकि, नवंबर और दिसंबर 2024 के आंकड़ों का इंतजार है, लेकिन नया महंगाई भत्ता 1 जनवरी 2025 से लागू होने की उम्मीद है.
AICPI इंडेक्स: कैसे तय होता है DA?
महंगाई भत्ता AICPI (ऑल इंडिया कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स) के आधार पर तय होता है। यह इंडेक्स हर महीने जारी होता है और 6 महीने (जुलाई-दिसंबर) के औसत के हिसाब से महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी की जाती है।
- सितंबर 2024: 143.3 अंक
- अक्टूबर 2024: 144.5 अंक
इन आंकड़ों के मुताबिक DA 55% को पार कर गया है। नवंबर और दिसंबर के आंकड़े आना अभी बाकी है। नवंबर का नंबर 31 दिसंबर तक जारी हो जाना चाहिए था, लेकिन इसमें देरी हो गई है। अब दिसंबर का नंबर 31 जनवरी तक आएगा। उम्मीद है कि नवंबर और दिसंबर के नंबर एक साथ जारी हो सकते हैं।
56% DA का वेतन पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
महंगाई भत्ते में हर 1% की वृद्धि का कर्मचारियों के मासिक वेतन पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है।
उदाहरण:
मूल वेतन: ₹18,000
- 53% DA: ₹9,540
- 56% DA: ₹10,080
- लाभ: ₹540 प्रति माह
मूल वेतन: ₹56,100
- 53% DA: ₹29,733
- 56% DA: ₹31,416
- लाभ: ₹1,683 प्रति माह
पेंशनभोगियों के लिए भी डीए की दर वही रहती है, जो उनकी मौजूदा पेंशन में बढ़ जाती है।
डीए का क्या फायदा है?
महंगाई से निपटने में राहत: डीए महंगाई की भरपाई करता है। सरकारी कर्मचारियों के वेतन में सुधार: इससे कर्मचारियों की डिस्पोजेबल आय बढ़ती है। पेंशनभोगियों को लाभ: पेंशन पर लागू होने वाला डीए बुढ़ापे में भी मदद करता है। सरकारी खजाने पर बोझ: डीए बढ़ोतरी का सीधा असर सरकारी खजाने पर पड़ता है।
1 जनवरी 2025 से लागू होगा नया DA
महंगाई भत्ते के आंकड़े जारी होने के बाद इसे 1 जनवरी 2025 से लागू किया जाएगा। हालांकि, इसका ऐलान मार्च में होगा। आमतौर पर सरकार होली के आसपास इसका ऐलान करती है। फिलहाल 1 जुलाई 2024 से 53 फीसदी की दर से महंगाई भत्ता दिया जा रहा है। कैबिनेट की मंजूरी के बाद वित्त मंत्रालय इसे नोटिफाई करता है।