शिक्षा विभाग ने सोमवार को विश्वविद्यालय व कॉलेजों में गैर हाजिर रहने वाले शिक्षक और कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई की है. विभाग ने एक हजार से अधिक अनुपस्थित पाये गये शिक्षक एवं कर्मचारियों का वेतन स्थगित करने का आदेश जारी कर दिया है.
बिहार में सोमवार को कालेजों व विश्वविद्यालयों में जांच के दौरान एक हजार से अधिक शिक्षक और कर्मचारी गैर हाजिर पाये गए. शिक्षा विभाग ने अब इन गायब रहने वाले शिक्षक और कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई की है. विभाग ने एक हजार से अधिक अनुपस्थित पाये गये शिक्षक एवं कर्मचारियों का वेतन स्थगित करने का आदेश जारी कर दिया है. बीते दिनों शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने उपस्थित कर्मचारियों व शिक्षकों की रोजाना रिपोर्ट भेजने का निर्देश दिया था. इसी क्रम में जब सोमवार को इन अनुपस्थित शिक्षकों और कर्मचारियों की रिपोर्ट भेजी तो विभाग ने इनका वेतन स्थगित कर दिया.
शिक्षा विभाग कर रहा विवि व कॉलेजों की मॉनीटरिंग
शिक्षा विभाग की सख्ती से लापरवाह कर्मचारियों एवं अधिकारियों के बीच हड़कंप मचा हुआ है. शिक्षा विभाग प्रतिदिन विश्वविद्यालय एवं अंगीभूत / संबद्ध कॉलेज में शिक्षकों एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों की अनुपस्थिति की मॉनीटरिंग कर रहा है. रोजाना ईमेल के माध्यम से शिक्षकों व कर्मचारियों की उपस्थिति की रिपोर्ट ली जा रही है.
इन विश्वविद्यालयों के कर्मचारियों की कटी सैलरी
शिक्षा विभाग को मिली रिपोर्ट के मुताबिक गैर हाजिर शिक्षकों व कर्मियों में सबसे अधिक भीमराव अंबेडकर बिहार विश्वविद्यालय (BRABU) में 630, बीएन मंडल विश्वविद्यालय (BNMU) में 190, वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय (VKSU) में 93, पाटलिपुत्र यूनिवर्सिटी (PPU) में 77 , ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय (LNMU) में 68, पटना विश्वविद्यालय (PU) में पांच, मुंगेर और मगध विश्वविद्यालय में 12-12 कर्मचारी व शिक्षक अनुपस्थित रहे. इसके अलावा पूर्णिया विश्वविद्यालय में नौ कर्मचारी अनुपस्थित मिले.
दो कुलसचिवों का वेतन पहले से स्थगित
जानकारी के मुताबिक शिक्षा विभाग इस मामले में आदेश का पालन न करने वाले पटना विश्वविद्यालय और वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालयों के कुल सचिव का वेतन पहले से स्थगित कर रखा है.