बिहार की राजधानी पटना में देश का पहला चाइल्ड स्पेशल कैंसर अस्पताल बनेगा जिसकी नींव सीएम नीतीश कुमार ने रखी है. इस अस्पताल का निर्माण महावीर कैंसर संस्थान द्वारा कराया जा रहा है जो पहले से दो कैंसर अस्पतालों का संचालन कर रही है. यह छह मंजिला और 100-बेड का अत्याधुनिक अस्पताल होगा, यहां 18 साल तक के बच्चों को कैंसर का मुफ्त इलाज किया जाएगा.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजधानी पटना के फुलवारीशरीफ में एक चाइल्ड स्पेशल (बच्चे के लिए विशेष) कैंसर अस्पताल की आधारशिला रखी. यह अस्पताल देश में अपनी तरह का पहला केंद्र होगा, जहां विशेष रूप से 18 साल तक के बच्चों के कैंसर का इलाज किया जाएगा.
महावीर चाइल्ड कैंसर अस्पताल की रखी नींव
महावीर कैंसर संस्थान द्वारा निर्मित किए जाने वाले इस अस्पताल का नाम महावीर बाल कैंसर अस्पताल रखा गया है. मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया कि यह छह मंजिला और 100-बेड का अत्याधुनिक अस्पताल होगा, यहां 18 साल तक के बच्चों को कैंसर का मुफ्त इलाज किया जाएगा.
न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक इस मौके पर बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी, महावीर मंदिर ट्रस्ट के सचिव आचार्य कुणाल किशोर और जिला प्रशासन के कई वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे.
अस्पताल की नींव रखने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा, ‘यह अस्पताल न केवल बिहार बल्कि पूरे देश के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, बच्चों की देखभाल और कैंसर के उपचार में यह केंद्र नई ऊंचाइयों को छुएगा.’
बता दें कि महावीर मंदिर ट्रस्ट, जो पटना में प्रसिद्ध महावीर (हनुमान) मंदिर का संचालन करता है, पहले से ही महावीर कैंसर संस्थान और रिसर्च सेंटर का संचालन कर रहा है. यह संस्थान कैंसर के इलाज में अपनी सेवाओं के लिए जाना जाता है. ट्रस्ट के सचिव आचार्य कुणाल ने बताया कि बाल कैंसर अस्पताल के निर्माण के पीछे उद्देश्य है कि समाज के कमजोर वर्ग के बच्चों को आधुनिक और मुफ्त इलाज उपलब्ध कराया जा सके.
स्वास्थ्य सेवा में महत्वपूर्ण कदम
इस अस्पताल को बिहार की स्वास्थ्य सेवा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है. मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में राज्य सरकार की प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा कि यह अस्पताल गरीब और वंचित वर्ग के बच्चों के लिए वरदान साबित होगा. महावीर मंदिर ट्रस्ट के अनुसार, अस्पताल का निर्माण कार्य जल्द शुरू होगा और इसे जल्द से जल्द चालू करने का लक्ष्य रखा गया है. इस पहल से न केवल राज्य बल्कि आसपास के राज्यों के कैंसर पीड़ित बच्चों को भी राहत मिलेगी.