RBI ने शुक्रवार को बैंकों और नॉन-बैंकिंग इंस्टीट्यूशंस को सभी पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम्स पर पेमेंट करने के लिए प्री-पेड इंस्ट्रूमेंट्स (PPIs) जारी करने की मंजूरी दे दी। इससे पब्लिक ट्रांसपोर्ट में सफर करने वालों को बड़ी राहत मिलेगी। अब उन्हें टिकट खरीदने के लिए सिर्फ नकदी पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। वे दूसरे पेमेंट मोड से भी टिकट खरीद सकेंगे।
केंद्रीय बैंक ने अपने नोटिफिकेशन में कहा कि देश में हर रोज बड़ी संख्या में लोग पब्लिक ट्रांसपोर्ट में सफर करते हैं। ऐसे में यह इंट्रूमेंट्स यात्रियों को डिजिटल पेमेंट की सहूलियत देगा, जो किफायती होगा और उनका समय भी बचाएगा। यह सुविधा सुरक्षित होगी और उन्हें पेमेंट के लिए कैश के अलावा दूसरे ऑप्शन भी देगा।
पब्लिक ट्रांसपोर्ट में सफर करते वक्त टिकट खरीदने के लिए सिर्फ कैश का विकल्प होने से बड़ी दिक्कत होती थी। खासकर, पैसों के चेंज की। अगर किसी यात्री के पास बड़ी नोट हुई, तो उसे छुट्टे पैसे वापस लेने के लिए काफी देर इंतजार करना पड़ता था। इसे लेकर यात्रियों की नोकझोंक भी हो जाती थी। लेकिन, आरबीआई की नई पहल से यह समस्या कम हो सकती है।
क्या है PPI?
PPI एक वित्तीय उपकरण है, जिसमें पहले से पैसे डाल कर रखे जा सकते हैं। इस पैसे से वस्तु और सेवाएं खरीदी जा सकती हैं। यहां तक कि आप PPI से अपने दोस्त या रिश्तेदार को पैसे भी भेज सकते हैं। अभी देश में तीन तरह के PPI हैं- सेमी क्लोज्ड सिस्टम PPI, क्लोज्ड सिस्टम PPI और ओपन सिस्टम PPI। इसे बैंकिंग और नॉन-बैंकिंग बैंक इंस्टीट्यूशंस जारी कर सकते हैं।