Best FD Rates: निवेश की रणनीति बनाते समय ध्यान रखें कि एफडी में केवल एक छोटा या मध्यम हिस्सा ही निवेश करें और बाकी फंड को अन्य निवेश विकल्पों में निवेश करें।
Best FD Rates: अगर आप आने वाले समय में अपनी बचत को बेहतर ब्याज दर पर सुरक्षित रखना चाहते हैं तो यह खबर आपके लिए है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने पिछली 10 पॉलिसी मीटिंग में रेपो रेट को स्थिर रखा है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि दिसंबर में होने वाली अगली मीटिंग में रेपो रेट में कटौती हो सकती है। इसके बाद कई बैंक अपनी उधारी और जमा दरों में भी कमी कर सकते हैं।
इसीलिए निवेश विशेषज्ञ सलाह दे रहे हैं कि अगर आपकी वित्तीय ज़रूरतें अगले 2-3 सालों में पूरी होने वाली हैं, तो आप अपनी बचत को अभी से फिक्स्ड डिपॉज़िट (FD) में लॉक कर सकते हैं। सेबी-रजिस्टर्ड निवेश सलाहकार और अपना धन फाइनेंशियल सर्विसेज़ की संस्थापक प्रीति ज़ेंडे ने कहा, “अगर आपके वित्तीय लक्ष्य 2-3 साल दूर हैं, तो आपको अभी इंतज़ार नहीं करना चाहिए और फिक्स्ड डिपॉज़िट में पैसा लगाना चाहिए।”
इसकी वजह यह है कि अगर रेपो रेट में कटौती की प्रक्रिया शुरू होती है, तो बैंक भी अपनी जमाराशियों पर ब्याज दरें कम कर देंगे। ऐसे में जो लोग अच्छा रिटर्न चाहते हैं, उनके लिए 3 साल की अवधि वाली FD पर ध्यान देने का यह सही समय है।
आइए जानते हैं उन बैंकों के बारे में जो इस समय 3 साल की फिक्स्ड डिपॉज़िट पर सबसे ज़्यादा ब्याज दरें दे रहे हैं:
निजी बैंकों की सूची
एचडीएफसी बैंक: सामान्य नागरिकों के लिए 7% और वरिष्ठ नागरिकों के लिए 7.5% ब्याज दर की पेशकश कर रहा है। ये दरें 24 जुलाई से लागू हैं।
आईसीआईसीआई बैंक: सामान्य नागरिकों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए क्रमशः 7% और 7.5% ब्याज दर की पेशकश कर रहा है।
कोटक महिंद्रा बैंक: सामान्य नागरिकों के लिए 7% और वरिष्ठ नागरिकों के लिए 7.6% ब्याज दर की पेशकश कर रहा है।
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की सूची
SBI: सामान्य नागरिकों के लिए 6.75% और वरिष्ठ नागरिकों के लिए 7.25% ब्याज दर की पेशकश कर रहा है।
Punjab National Bank: सामान्य नागरिकों के लिए 7% और वरिष्ठ नागरिकों के लिए 7.5% ब्याज दर की पेशकश कर रहा है।
Union Bank Of India: सामान्य नागरिकों के लिए 6.7% और वरिष्ठ नागरिकों के लिए 7.2% ब्याज दर की पेशकश कर रहा है।
ध्यान देने योग्य बातें
निवेश सलाहकार प्रीति ज़ेंडे के अनुसार, हालाँकि इस समय FD की ब्याज दरें काफी आकर्षक लग रही हैं, लेकिन अपनी सारी बचत सिर्फ़ FD में लगाना सही नहीं होगा, क्योंकि FD से मिलने वाला रिटर्न टैक्सेबल होता है और लंबे समय में यह महंगाई से निपटने के लिए पर्याप्त नहीं होता।
इसलिए, अपनी निवेश रणनीति बनाते समय ध्यान रखें कि FD में सिर्फ़ एक छोटा या मध्यम हिस्सा ही निवेश करें और बाकी का पैसा दूसरे निवेश विकल्पों में लगाएँ।