Bihar Education Department: बिहार शिक्षा विभाग ने भगोड़े शिक्षकों को बड़ा अल्टीमेटम दिया है। इसको लेकर सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को निर्देश भी जारी कर दिया है। निर्देश में साफ-साफ कहा गया है कि अगर सात दिन के अंदर शिक्षक स्कूल जॉइन नहीं करते हैं तो निलंबन से लेकर बर्खास्तगी और नियुक्तियां रद्द करने तक की कार्यवाही की जाए।
बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा प्रथम चरण में चयनित प्राथमिक, माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों के 99 अध्यापकों की नियुक्ति पर तलवार लटक गई है। इन अध्यापकों ने विभाग से नियुक्ति पत्र तो ले लिया है, लेकिन विद्यालयों में योगदान नहीं दिया है।
माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने ऐसे शिक्षकों को एक सप्ताह का समय देते हुए नियुक्त पत्र रद्द करने का निर्देश दिया है। इसके आलोक में जिला शिक्षा पदाधिकारी अनिल कुमार द्विवेदी ने अध्यापकों को चेतावनी दी है।
डीईओ (DEO) ने पत्र में क्या कहा?
डीईओ (DEO) द्वारा जारी पत्र में कहा गया है कि जिले के 99 अध्यापकों ने विद्यालय पदस्थापन पत्र प्राप्त नहीं किया है। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने इन अध्यापकों को सात दिनों का समय देते हुए विद्यालय पदस्थापन पत्र प्राप्त कर संबंधित विद्यालय में योगदान करना सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है।
डीईओ (DEO) ने पदस्थापन पत्र प्राप्त नहीं करने की स्थिति में औपबंधिक नियुक्ति पत्र को रद्द करने की चेतावनी दी है। विभागीय जानकारों का मानना है कि इन शिक्षकों में अधिकतर नियोजित शिक्षक शामिल हैं, जो दूसरी जगह नौकरी होने के कारण योगदान नहीं दे रहे हैं और अपने पूर्व के स्थान पर बने हुए हैं।