heavy rain alert: देशभर में मानसून के विस्तार के लिए परिस्थितियां पूरी तरह अनुकूल हैं। मानसून के आगमन के साथ ही देशभर के कई इलाकों में भारी बारिश हो रही है। भारत मौसम विज्ञान विभाग का अनुमान है कि 27 मई से 1 जून तक कई राज्यों में भारी से बहुत भारी बारिश जारी रहेगी।
heavy rain warning: भारतीय मौसम विभाग के अनुसार ओडिशा तट से दूर बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिमी हिस्से में कम दबाव का क्षेत्र बना है। यह धीरे-धीरे उत्तर की ओर बढ़ रहा है। अगले 6 से 7 दिनों के दौरान केरल, कर्नाटक, तटीय महाराष्ट्र और गोवा में भारी से बहुत भारी बारिश जारी रहने की संभावना है। आईएमडी के अनुसार, 27 से 30 मई के दौरान केरल में अत्यधिक भारी बारिश होने की संभावना है।
27 मई को कोंकण, मध्य महाराष्ट्र के घाटी क्षेत्रों, कर्नाटक के तटीय और घाटी क्षेत्रों के साथ-साथ तमिलनाडु के घाटी क्षेत्रों में अत्यधिक भारी बारिश होने की संभावना है। इसके अलावा 29 मई से एक नया पश्चिमी विक्षोभ उत्तर-पश्चिम भारत को प्रभावित कर सकता है। मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि इसके चलते कई इलाकों में भारी बारिश हो सकती है।
पिछले 24 घंटों के दौरान केरल और माहे, तटीय कर्नाटक, उत्तर आंतरिक कर्नाटक, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, पश्चिम राजस्थान में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश देखी गई। दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, तेलंगाना, गंगीय पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, असम और मेघालय, त्रिपुरा, मराठवाड़ा, मध्य महाराष्ट्र, उत्तराखंड, पश्चिम मध्य प्रदेश, गुजरात में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश दर्ज की गई।
तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, कोंकण और गोवा में अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश दर्ज की गई है। हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, रायलसीमा, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, केरल और माहे, कर्नाटक, पश्चिम मध्य प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर 40 से 80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाएं चलीं।
दक्षिण-पश्चिम मानसून आगे बढ़ चुका है और मध्य अरब सागर, महाराष्ट्र, कर्नाटक, शेष तमिलनाडु, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों में दस्तक दे चुका है। कई इलाकों में भारी बारिश हो रही है। स्काईमेट वेदर की एक रिपोर्ट के अनुसार, इसके अलावा मानसून बंगाल की खाड़ी के मध्य और उत्तर-पश्चिमी हिस्सों, मिजोरम के शेष हिस्सों, त्रिपुरा, मणिपुर, नागालैंड, अरुणाचल प्रदेश, असम के कुछ हिस्सों और मेघालय के कुछ हिस्सों को कवर कर चुका है।
दक्षिण-पश्चिम मानसून के विस्तार के लिए परिस्थितियां अनुकूल बनी हुई हैं। अगले 2 से 3 दिनों में यह मानसून मध्य अरब सागर के शेष हिस्सों, महाराष्ट्र के कुछ और हिस्सों, कर्नाटक के शेष हिस्सों, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, उत्तरी बंगाल की खाड़ी के कुछ और हिस्सों, पूरे पूर्वोत्तर भारत, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के कुछ हिस्सों तक पहुंच सकता है।
स्काईमेट वेदर की एक रिपोर्ट के अनुसार, अगले 24 घंटों के दौरान कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, आंतरिक और तटीय कर्नाटक, केरल, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और दक्षिण छत्तीसगढ़ में मध्यम से भारी बारिश हो सकती है। एक-दो स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश भी हो सकती है।
कई इलाकों में गरज के साथ बारिश की भी संभावना है। पूर्वोत्तर भारत, सिक्किम, ओडिशा, उत्तरी छत्तीसगढ़, बिहार, उत्तर प्रदेश, दक्षिण-पूर्वी राजस्थान, पूर्वी गुजरात और लक्षद्वीप में बारिश हो सकती है। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और पश्चिमी हिमालयी क्षेत्रों में हल्की बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं।
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