देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी के लिए नई-नई योजनाएं पेश करती है। ये योजनाएं छोटी बचत के साथ-साथ मजबूत रिटर्न भी देती हैं। आज हम आपको ऐसी ही एक शानदार योजना के बारे में बताने जा रहे हैं। यह है LIC की जीवन प्रगति पॉलिसी। इस योजना में आप हर दिन 200 रुपये बचाकर 28 लाख रुपये पा सकते हैं।
अगर आप 12 से 45 साल के लिए यह पॉलिसी खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो यह पॉलिसी आपके लिए बेहतर विकल्प साबित हो सकती है। एलआईसी जीवन प्रगति योजना निवेशकों को कई बेहतरीन लाभ प्रदान करती है। एक तरफ, हर दिन 200 रुपये बचाकर 28 लाख का फंड जमा किया जा सकता है, वहीं इस योजना में निवेश करने वालों को जोखिम कवर भी मिलता है। एलआईसी की इस योजना में निवेश करने की न्यूनतम आयु सीमा 12 वर्ष, जबकि अधिकतम 45 वर्ष निर्धारित की गई है।—
कैसे जमा कर सकते हैं 28 लाख का फंड?
भारतीय जीवन बीमा निगम की इस खास जीवन प्रगति पॉलिसी को लेने वाले लोगों को अच्छे रिटर्न के साथ-साथ आजीवन सुरक्षा भी मिलती है। इस पॉलिसी के तहत जमा किए जाने वाले फंड का कैलकुलेशन देखें तो अगर कोई भी पॉलिसीधारक इस पॉलिसी में हर दिन 200 रुपये निवेश करता है, तो वह एक महीने में 6000 रुपये निवेश करता है। इस तरह एक साल में 72,000 रुपये जमा हो जाएंगे। अब अगर आप इस स्कीम में 20 साल तक जमा करते हैं तो आप कुल 14,40,000 रुपए निवेश करेंगे। सभी लाभ जोड़ दिए जाएं तो यह रकम 28 लाख रुपए होगी।
हर पांच साल में बढ़ेगा रिस्क कवर एलआईसी जीवन प्रगति प्लान की खासियत यह है कि इसमें निवेशकों का रिस्क कवर हर पांच साल में बढ़ता है। इसका मतलब है कि आपको मिलने वाली रकम पांच साल में बढ़ती है। मृत्यु लाभ में पॉलिसीधारक की मृत्यु के बाद बीमा की रकम, सिंपल रिवर्सनरी बोनस और फाइनल बोनस एक साथ मिलता है।
कवरेज कैसे बढ़ता है? जीवन प्रगति पॉलिसी की अवधि न्यूनतम 12 साल और अधिकतम 20 साल है। 12 साल से 45 साल तक के लोग इस पॉलिसी को खरीद सकते हैं। इस पॉलिसी का प्रीमियम आप तिमाही, छमाही और सालाना आधार पर भर सकते हैं।
इस पॉलिसी की न्यूनतम बीमा राशि 1.5 लाख रुपये है और इसकी कोई अधिकतम सीमा नहीं है। मान लीजिए कोई 2 लाख रुपये की पॉलिसी खरीदता है तो उसका मृत्यु लाभ पहले पांच साल तक सामान्य रहेगा। इसके बाद छह से 10 साल तक कवरेज 2.5 लाख रुपये हो जाएगा। वहीं, 10 से 15 साल में कवरेज बढ़कर 3 लाख रुपये हो जाएगा। इस तरह, पॉलिसीधारक का कवरेज बढ़ता रहेगा।