CGHS ABHA Linking: CGHS कार्डहोल्डर के लिए बड़ी खबर है। केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए केंद्र सरकार स्वास्थ्य योजना (CGHS) बेनेफिशिएरी आईडी को आयुष्मान भारत हेल्थ अखाउंट (ABHA) नंबर से जोड़ने के लिए पीरियड 30 जून 2024 तक के लिए बढा दिया है।
यानी, CGHS कार्डहोल्डर को 120 दिनों के लिए समय और बढ़ा दाय है। 15 अप्रैल 2024 के ऑफिस मेमोरेंडर में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने कहा कि सीजीएचएस लाभार्थियों की सहायता के लिए 30 जून 2024 तक सभी वेलनेस सेंटर पर कियॉस्क चालू कर दिए जाएंगे।
30 अप्रैल तक CGHS कार्डहोल्डर को करना है ये काम
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा था कि केंद्र सरकार के कर्मचारियों को 1 अप्रैल 2024 से अनिवार्य रूप से अपने सीजीएचएस लाभार्थी आईडी को ABHA नंबर से जोड़ना होगा। मंत्रालय ने कहा कि लिंकिंग 30 दिनों के भीतर पूरी होनी चाहिए। हालांकि, अब ये डेडलाइन 30 जून 2024 तक के लिए बढा दिया गया है। मंत्रालय ने आगे कहा कि सीजीएचएस लाभार्थी सर्विस का फायदा उठाने के लिए आधार के साथ अपने निकटतम CGHS कल्याण केंद्र पर जा सकते हैं।
– अपना मोबाइल नंबर अपडेट करना
– गलतियों में सुधार जैसे नाम, जन्म का साल या लिंग में
– 1 जुलाई 2024 से सीजीएचएस लाभार्थी आईडी को ABHA नंबर से जोड़ना।
आभा संख्या: क्या है?
प्रत्येक आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाता कार्ड में 14 अंकों की एक यूनीक आईजी नंबर होता है जिसे ABHA ID कहा जाता है। इसका इस्तेमाल आपके सभी स्वास्थ्य रिकॉर्ड को लिंक करने के लिए किया जाता है। यहां आप अपने मेडिकल रिकॉर्ड एक जगह रख सकते हैं।
मंत्रालय ने 4 अप्रैल 2024 को एक कहा कि कोई भी व्यक्ति हेल्थ आईडी या ABHA बनाने के लिए आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (ABDM) में मुफ्त में नामांकन कर सकते हैं।
सीजीएचएस आईडी के साथ ABHA नंबरों से जोड़ने पर क्या होगा फायदा?
सीजीएचएस लाभार्थी आईडी को ABHA नंबरों के साथ जोड़ने से केंद्र सरकार के कर्मचारियों को अपने मोबाइल फोन पर अपने स्वास्थ्य रिकॉर्ड तक पहुंचने की अनुमति मिल जाएगी, जिससे बार-बार होने वाले टेस्ट पर खर्च होने वाले पैसे की सेविंग होगी। एक सीजीएचएस लाभार्थी मोबाइल डिवाइस पर डाउनलोड किए गए किसी भी पसंदीदा पर्सनल हेल्थ रिकॉर्ड (PHR) ऐप में उत्पन्न और लिंक किए गए स्वास्थ्य रिकॉर्ड को देख सकेगा।
सब काम हो जाएगा ऑलाइन
इसके अलावा एक सीजीएचएस कार्डहोल्डर अपने स्वास्थ्य रिकॉर्ड को डिजिटल रूप से सुरक्षित तरीके से एक अस्पताल से दूसरी जगह ले जाने में आसानी होगी। उदाहरण के लिए एक केंद्र सरकार का कर्मचारी इलाज के लिए अस्पताल जाता है। उसे अपने इलाज के लिए किसी और डॉक्टर के पास जाना है तो उनके पास पहले से ही पूरा रिकॉर्ड होगा। भविष्य में एक सीजीएचएस लाभार्थी वेलनेस सेंटर में डॉक्टर के कमरे रजिस्ट्रेशन डेस्क के सामने मौजूद अपने मोबाइल डिवाइस के QR कोड स्कैन करके डॉक्टर के साथ ओपीडी अपॉइंटमेंट ले सकेंगे।